एसआइटी जांच में दोषी पाए गए बस्ती के शिक्षक की सेवा समाप्त

अखिल भारतीय अभिकर्ता संघ के आह्वान पर एलआइसी के अभिकर्ताओं ने मंगलवार को बस्ती शाखा पर एक दिवसीय हड़ताल कर विरोध दर्ज कराया। अभिकर्ता संघ बस्ती के अध्यक्ष रामविनय पांडेय महामंत्री रामकृपाल यादव ने कहाकि दस सूत्रीय मांगों को लेकर अभिकर्ता आंदोलित है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Mar 2021 12:01 AM (IST) Updated:Wed, 24 Mar 2021 12:01 AM (IST)
एसआइटी जांच में दोषी पाए गए बस्ती के शिक्षक की सेवा समाप्त
एसआइटी जांच में दोषी पाए गए बस्ती के शिक्षक की सेवा समाप्त

बस्ती: एसआइटी की जांच में दोषी पाए गए बस्ती जिले के विकास खंड रुधौली के डुमरी स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक ब्रजराज सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इन पर जालसाजी कर फर्जी अंकपत्र के सहारे नौकरी पाने का आरोप है। आरोपित शिक्षक ने डा.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से वर्ष 2004-2005 में बीएड करना दिखाया था और इसी के सहारे परिषदीय विद्यालय में नौकरी पाई थी। बस्ती में यह वर्ष 2015 से कार्यरत थे।

डा.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से बड़ी संख्या में फर्जी बीएड अंक पत्र जारी किए जाने के सनसनीखेज मामले का खुलासा होने के बाद इसकी जांच को एसआइटी (विशेष जांच टीम) गठित की गई थी। जांच में चार हजार से अधिक के अंकपत्र फर्जी पाए गए थे। इनमें से अधिकांश के खिलाफ पहले ही कार्रवाई हो चुकी है। यह मामला हाईकोर्ट में गया था। कोर्ट और सरकार के आदेश के क्रम में अब एक बार फिर से बचे हुए जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

हाईकोर्ट एवं सचिव बेसिक शिक्षा प्रयागराज के आदेश के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ल ने आरोपित शिक्षक की बीएड मार्कशीट फेक पाए जाने संबंधी मामले में सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इसी के साथ ही खंड शिक्षाधिकारी राम कुमार सिंह को रुधौली थाने में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। खंड शिक्षाधिकारी ने थाने में तहरीर दे दी है। प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्र ने इसकी पुष्टि की।

दस सूत्रीय मांगो को लेकर अभिकर्ताओं ने की हड़ताल

अखिल भारतीय अभिकर्ता संघ के आह्वान पर एलआइसी के अभिकर्ताओं ने मंगलवार को बस्ती शाखा पर एक दिवसीय हड़ताल कर विरोध दर्ज कराया। अभिकर्ता संघ बस्ती के अध्यक्ष रामविनय पांडेय ,महामंत्री रामकृपाल यादव ने कहाकि दस सूत्रीय मांगों को लेकर अभिकर्ता आंदोलित है। उनकी प्रमुख मांगों में उच्च छूट के साथ आनलाइन उत्पाद की बिक्री बंद करने,कमीशन दर में वृद्धि करने,प्रत्यक्ष मार्केटिग के माध्यम से पालिसी बेचना बंद करने ,अभिकर्ताओं की ग्रेच्यूटी दस लाख रुपये करने व ,टर्म इंश्योरंस बढ़ाए जाने की मांग शामिल है। रामचंद्र शुक्ल,राजेश त्रिपाठी,प्रमोद कुमार मिश्रा,शिवेंद्र सिंह,विमल कुमार मिश्र,शिवाकांत त्रिपाठी,दिनेश अग्रहरि,प्रदीप शुक्ला,विजय चौधरी,कैलाश नाथ त्रिपाठी,रामचंद्र उपाध्याय,लालचंद यादव,महेंद्रनाथ तिवारी शामिल रहे।

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