मानववादी व्यवस्था के पक्षधर थे शहीदे आजम भगत सिंह
अपना दल एस की ओर से आयोजित की गई विचार गोष्ठी
जागरण संवाददाता, बभनान बस्ती : अपना दल एस कार्यकर्ताओं ने रविवार को गौर ब्लाक के छितहा में स्थित पार्टी के जोन कार्यालय पर शहीदे आजम भगत सिंह की 113 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। प्रदेश कोषाध्यक्ष राम सिंह पटेल ने कहा कि भगत सिंह महान क्रांतिकारी के साथ ही महान विचारक भी थे। भगत सिंह राजनीतिक आजादी के साथ ही सामाजिक व आर्थिक आजादी का सपना देखे थे। साम्राज्यवादी व्यवस्था को समूल नष्ट कर समानता पर आधारित मानववादी व्यवस्था स्थापित करने के लिए निरंतर संघर्ष करते रहे। अफसोस है कि आजादी के 73 साल बीतने के बाद भी उनका सपना अधूरा है।
व्यापार मंच के सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि भगत सिंह खूनी क्रांति के बजाए वैचारिक क्रांति के पक्षधर थे। शासन तक जनता की आवाज को पहुंचाने के लिए उन्होंने निर्धारित योजना के अनुसार असेंबली में ऐसे स्थान पर बम फेंका जहां कोई मौजूद नहीं था। वह चाहते तो बम फेंकने के बाद भाग भी सकते थे, पर अपनी आवाज को शासन और जनता तक पहुंचाने के लिए इंकलाब जिदाबाद का नारा लगाते हुए साथ लाए पर्चों को हवा में उछाल कर अपने साथियों के साथ गिरफ्तारी दी थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कप्तानगंज उत्तरी के जोन अध्यक्ष प्रताप निषाद व संचालन राम तौल मौर्य ने किया।
इस मौके पर संजय चौधरी, पवन वर्मा, मोहम्मद रफीक, वीरेन्द्र निषाद, राम कुमार पटेल, राजमणि पटेल, अमर श्रीवास्तव, सूरज गुप्ता, प्रकाश पटेल, अतुल पटेल, चित्रसेन चौरसिया, ठाकुर दुर्गेश शर्मा,देव पटेल,राजेश वर्मा,उमेश शर्मा, अखिलेश वर्मा आदि मौजूद रहे।