महिला अस्पताल में कोविड से बचाव को उपलब्ध हैं जरूरी संसाधन

डा. सुषमा सिन्हा सीएमएस महिला अस्पताल ने बताया कि कोविड की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी चल रही है। महिला अस्पताल नान-कोविड अस्पताल है। फिर भी प्रसव केंद्र और एसएनसीयू में बेड बढ़ाए जा रहे हैं। कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड रहेगा। जरूरी सुविधाएं उपलब्ध है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:08 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:08 PM (IST)
महिला अस्पताल में कोविड से बचाव को उपलब्ध हैं जरूरी संसाधन
महिला अस्पताल में कोविड से बचाव को उपलब्ध हैं जरूरी संसाधन

बस्ती : कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। जिला महिला अस्पताल में बच्चों को कोविड से बचाव को लेकर जरूरी संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं।

कोरोना के अगले फेज को लेकर अस्पतालों में जरूरी सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। यहां भर्ती से लेकर इलाज की सुविधा आदि को व्यवस्थित कर लिया गया है। तीसरी लहर से लड़ने के लिए जरूरी संसाधन जुटा लिए गए हैं। सिक न्यूबार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में 16 बेड है। सभी पर मानीटर, वेंटिलेटर आदि की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा दो अतिरिक्त बेड आरक्षित है, ताकि कोई ऐसा बच्चा यदि कोरोना से प्रभावित हो तो उसे भर्ती कर इलाज किया जा सके। वैसे यह अस्पताल नान-कोविड है। यहां शून्य से लेकर 28 दिन के कमजोर बच्चों को ही भर्ती किया जाता है। आक्सीजन का भी अभाव कम रहता है। अब तीसरी लहर में ऐसी कोई समस्या न आए इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सभी बिदुओं को ध्यान में रखते हुए जरूरी जीवनरक्षक उपकरणों को मुहैया कराने में जुटा हुआ है। बाल रोग विशेषज्ञ डा. पीके श्रीवास्तव ने बताया कि तैयारियां पूरी है। शून्य से एक माह वाले बच्चों में कोविड का असर कम रहता है, फिर भी यदि कोई बच्चा कोविड से प्रभावित हो भी गया तो उसके लिए व्यवस्था है। एक वार्ड आइसोलेशन में रहेगा, ताकि यदि कोई गर्भवती महिला प्रसव के बाद संक्रमित होती है तो उसे वहां पर शिफ्ट किया जाएगा। आइसीयू की सुविधा नहीं है। हालांकि आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। दवाएं और अन्य जरूरी उपकरण उपलब्ध हैं। प्रसव केंद्र पर कोविड से बचाव के लिए संसाधन है। जरूरत पड़ने पर और सुविधाएं बढ़ाई जाएगी। अस्पताल में आक्सीजन का कोई प्लांट नहीं है। हां, प्लांट लगवाने के लिए सीएमएस स्तर से प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अभी स्वीकृति नहीं मिल सकी है। वहीं कुछ मैनपावर की भी जरूरत है, तैनाती के लिए प्रयास चल रहा है। जंबो सिलेंडर कैली में, कैसे हो वेंटिलेटर का कनेक्शन : कोविड की दूसरी लहर में महिला अस्पताल में लगा जंबो सिलेंडर ओपेक चिकित्सालय कैली में मंगवा लिया गया था, तभी से वहीं पर है। जंबो सिलेंडर न मिलने के चलते वेंटिलेटर का कनेक्शन नहीं हो पा रहा है।

डा. सुषमा सिन्हा, सीएमएस, महिला अस्पताल ने बताया कि कोविड की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी चल रही है। महिला अस्पताल नान-कोविड अस्पताल है। फिर भी प्रसव केंद्र और एसएनसीयू में बेड बढ़ाए जा रहे हैं। कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड रहेगा। जरूरी सुविधाएं उपलब्ध है।

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