ट्रक की टक्कर से पिकअप पलटा, चालक घायल

गुरुवार को धान का खेत देखने गए किसान राजेंद्र प्रसाद सिंह ने खेत में घूम रहे एक सांड़ के हमले का शिकार हो गए। उसके हमले में गंभीर रूप से घायल किसान परिवार के लोग पहले जिला अस्पताल और बाद में मेडिकल कालेज लखनऊ ले गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:37 PM (IST)
ट्रक की टक्कर से पिकअप पलटा, चालक घायल
ट्रक की टक्कर से पिकअप पलटा, चालक घायल

बस्ती: बस्ती-डुमरियागंज मार्ग पर वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के देईपार पड़ाव के पास ट्रक और पिकअप में आमने-सामने हुई टक्कर हो गई। हादसे के बाद पिकअप अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गढ्ढे में पलट गया। घायल चालक सिराजुद्दीन निवासी लखीमपुर खीरी को आसपास के लोगों ने स्थानीय चिकित्सक से इलाज कराया। डीसीएम गोरखपुर से लखीमपुर सब्जी लेकर जा रहा था।

घायल चालक ने बताया कि शुक्रवार की रात डेढ़ बजे सामने से आ रहे ट्रक ने उसकी गाड़ी में टक्कर मार दी। हादसे के बाद ट्रक चालक गाड़ी के साथ भाग निकला। सड़क किनारे पलटे पिकअप को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। अज्ञात वाहन की टक्कर से स्कूटी सवार घायल

हर्रैया में हाईवे पर अज्ञात वाहन की टक्कर से एक स्कूटी सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों ने उसे सीएचसी हर्रैया पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय बस्ती रेफर कर दिया गया। युवक की पहचान लवकुश पुत्र राम उजागिर ग्राम बैरीखाला थाना पैकोलिया जनपद बस्ती के रूप में हुई।

सांड़ के हमले में घायल की इलाज के दौरान मौत

छावनी थाना क्षेत्र के पैंतेपुर गांव में दो दिन पहले सांड़ के हमले में घायल किसान की शनिवार की सुबह किग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई।

गुरुवार को धान का खेत देखने गए किसान राजेंद्र प्रसाद सिंह ने खेत में घूम रहे एक सांड़ के हमले का शिकार हो गए। उसके हमले में गंभीर रूप से घायल किसान परिवार के लोग पहले जिला अस्पताल और बाद में मेडिकल कालेज लखनऊ ले गए। तीन दिन तक इलाज चलने के बाद शनिवार को राजेंद्र प्रसाद ने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई, वहीं गांव के लोग भी गमगीन हो गए। ग्रामीणों ने वन विभाग, तहसील प्रशासन एवं विकासखंड के कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि एक सप्ताह पहले इस बिगड़ैल सांड़ के आतंक की जानकारी देने के बाद भी उसे पकड़ा नहीं गया। इस सांड़ का आधा दर्जन गांवों में आतंक बना था। ऐसे में ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से सांड़ को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया।

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