शादी का झांसा देकर तीन साल तक शारीरिक संबंध

कोतवाली क्षेत्र की युवती ने तहरीर में कहा है कि आरोपित उस्मान ने उसे शादी का झांसा देकर तीन वर्ष से शारीरिक संबंध बनाया। इससे वह गर्भवती हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 11:43 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 11:43 PM (IST)
शादी का झांसा देकर तीन साल तक शारीरिक संबंध
शादी का झांसा देकर तीन साल तक शारीरिक संबंध

बस्ती: कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली 27 वर्षीय युवती ने पुलिस को तहरीर देकर एक युवक पर शादी करने का झांसा देकर तीन साल से शारीरिक संबंध बनाने व मारने व पीटने के साथ ही जानमाल की धमकी भी देने का आरोप लगाया। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।

कोतवाली क्षेत्र की युवती ने तहरीर में कहा है कि आरोपित उस्मान ने उसे शादी का झांसा देकर तीन वर्ष से शारीरिक संबंध बनाया। इससे वह गर्भवती हो गई। पीड़िता का आरोप है कि जब उसने उस्मान से शादी की बात की तो उसने कहा कि अभी शादी हो सकती, क्योंकि उसके पेट में बच्चा है। बच्चा पैदा होने के बाद वह शादी कर लेगा। बच्चा पैदा होने के तीन माह बाद भी आरोपित ने शादी नहीं किया। पीड़िता ने जब इसके लिए दबाव बनाया और आरोपित के घर पहुंची तो उस्मान की मां, बहन, एवं भाइयों ने उसे मारा पीटा और जान से खत्म कर देने की धमकी देकर घर से खदेड़ दिया। कोतवाल रामपाल यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर उस्मान के अलावा उसकी मां, बहन व भाई के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। ई-टिकट के अवैध कारोबारी को पुलिस ने मारफीन के साथ पकड़ा

बस्ती: पड़ोसी जनपद गोंडा के खोडारे थाना क्षेत्र के बनगवां पुलिया के समीप पुलिस ने ई-टिकट के अवैध कारोबार में लिप्त रहे एक शातिर को मारफीन के साथ धर दबोचा है।

खोड़ारे थाने की पुलिस ने बताया कि गश्त के दौरान गुरुवार रात एक संदिग्ध व्यक्ति बनगवां पुलिया के समीप बाइक से जा रहा था। पुलिस ने जब उसे रोका तो वह बाइक लेकर भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया। तलाशी के दौरान गिरफ्तार आरोपित के पास 154 ग्राम मारफिन बरामद हुआ। बाद में पूछताछ के दौरान उसकी पहचान शमशेर आलम पुत्र निसार अहमद निवासी कोल्हई थाना खोडारे जनपद गोंडा के रूप में की गई। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी काफी शातिर है। यह मुंबई सहित कई शहरों में ई-टिकट के कालाबाजारी में शामिल रहा है। इसके अलावा इसके विरुद्ध लगभग छह आपराधिक मामले भी विभिन्न थानों में दर्ज हैं। टिकट के अवैध कारोबार में इसका नाम आरपीएफ की सूची में है। बताया जा रहा है कि देशभर में कई हिस्सों में ई-टिकट के अवैध कारोबार का ये शातिर नेटवर्क खड़ा कर रखा था।

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