पहले भरा था, सांसद की सिफारिश पर खाली मिल गया बेड

एंबुलेंस में तीन घंटे इंतजार मरीज की रात में कैली अस्पताल में मौत

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 12:11 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 12:11 AM (IST)
पहले भरा था, सांसद की सिफारिश पर खाली मिल गया बेड
पहले भरा था, सांसद की सिफारिश पर खाली मिल गया बेड

जागरण संवाददाता, बस्ती : भले ही बेड की कमी का दावा कर मरीज को भर्ती नहीं किया जा रहा हो, लेकिन कैली अस्पताल में सांसद के प्रयास करने पर बेड खाली मिल गया। मरीज को भर्ती तो कर लिया गया लेकिन तब तक इतनी देर हो चुकी थी कि कुछ ही घंटों में उनकी मौत हो गई। मरीज तीन घंटे तक अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में तड़पता रहा। मरीज के लिए प्रयास करने वाले सांसद जगदंबिका पाल के ओएसडी उमेश श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि गंभीर स्थिति होने के बाद भी महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज के अधिकारी मरीजों पर ध्यान नहीं दे रहे। उनका आरोप लगाते हुए आडियो भी वायरल हुआ है।

संसदीय क्षेत्र डुमरियागंज के लोहरौली गांव निवासी अंजनी श्रीवास्तव को सांस लेने में काफी तकलीफ होने पर मंगलवार की शाम छह बजे कैली अस्पताल लाया गया। 350 बेड के कैली अस्पताल, जिसमें केवल 200 बेड पर मरीज भर्ती होने की बात कही जा रही, में बेड खाली न होने का हवाला देकर उन्हें भर्ती नहीं किया गया। अंजनी तीन घंटे तक एंबुलेंस में ही रहे। इस बीच एंबुलेंस में आक्सीजन खत्म हो गया और वह तड़पते रहे। प्रधानाचार्य और सीएमएस से गुहार लगाई गई, लेकिन मरीज को बेड नहीं मिला। स्वजन ने सांसद को फोन किया। सांसद के ओएसडी उमेश श्रीवास्तव भी काफी प्रयास के बाद रात नौ बजे मरीज को भर्ती करा पाए। उनकी मध्यरात्रि 12 बजे मौत हो गई। कैली हास्पिटल 350 बेड का है, लेकिन आक्सीजन की कमी के कारण 200 बेड ही भर्ती कर रहे हैं। इसमें भी 130 को आक्सीजन सपोर्ट दी जा रही है। बेड और आक्सीजन होने पर ही गंभीर मरीज ले रहे हैं। पहले बेड खाली नहीं था, इसलिए अंजनी श्रीवास्तव को भर्ती करने में देरी हुई।

-डा.नवनीत कुमार, प्रधानाचार्य- महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज बस्ती

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