संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से चिकित्सकों की सुरक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को विरोध दिवस आयोजित कर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हो रहे हमले रोकने को लेकर आवाज बुलंद की। इस मौके पर प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सीआरओ नीता यादव को सौंपा गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:15 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:15 PM (IST)
संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत
संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत

बस्ती: परशुरामपुर थाना क्षेत्र के इटवा गांव में एक 19 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों मैं मौत हो गई। स्वजन के अनुसार शव छत की कुंडी से लटका मिला था। हालांकि मौके पर जब पुलिस पहुंची तो शव कमरे से बाहर रखा था।

घटना शनिवार की सुबह तब उजागर हुई, जब मृतका शिल्पा की सास ने परिवार के लोगों को बताया कि बहू ने आत्महत्या कर ली है। चर्चा सुन गांव के लोग भी इकट्ठा हो गए। इसी बीच किसी ने पुलिस को घटना की सूचना दे दी। पुलिस की पूछताछ में पति राकेश कुमार तिवारी ने बताया कि उनकी पत्नी ने कमरे में फांसी लगा लिया। रात में मामूली कहासुनी हुई थी। वह घर देर से आया था, इसी बात को लेकर पत्नी नाराज थी। आपस में कहा सुनी के बाद वह घर से बाहर सोने चला आया और पत्नी कमरे में सो गई थी। सुबह जब उनकी माता कमरे में गई तो उनकी पत्नी शिल्पा का शव फंदे से झूल रहा था।

इटवा निवासी राकेश कुमार की शादी शिल्पा पांडेय पुत्री विनय पांडेय निवासी बड़े गांव गोनहा थाना रुधौली के साथ एक साल पहले हुई थी। दोनों के बीच कुछ दिनों से आपसी तालमेल ठीक नहीं था। प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि मौत का कारण आत्महत्या या कुछ और है, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा।

विरोध दिवस मना आइएमए ने उठाई सुरक्षा की आवाज

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से चिकित्सकों की सुरक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को विरोध दिवस आयोजित कर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हो रहे हमले रोकने को लेकर आवाज बुलंद की। इस मौके पर प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सीआरओ नीता यादव को सौंपा गया।

असम, बिहार व दिल्ली समेत कई स्थानों पर चिकित्सकों के साथ हुई घटनाओं के विरोध में चिकित्सकों ने काला बिल्ला, काले झंडे, काले मास्क व काला रिबन लगाकर अपनी नाराजगी जाहिर की। जिलाध्यक्ष डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, सचिव डा. नवीन कुमार ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा। आमजन की सुविधा को देखते हुए ओपीडी एवं आकस्मिक सेवाएं जारी रहेंगी।

ज्ञापन में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराए जाने,प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा के मानक में वृद्धि किए जाने, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किए जाने, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने व केंद्रीय अस्पताल एवं हेल्थ केयर प्रोफेशनल अधिनियम और आपराधिक गतिविधि संहिता शामिल कराये जाने सहित अन्य मांगे शामिल रही। एसोसिएशन ने 724 योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी।

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