महर्षि दयानंद के योगदानों को भुलाया नहीं जा सकता
दयानंद ने सबके लिए समान शिक्षा का दिया था मंत्र
बस्ती : महर्षि दयानंद सरस्वती की 196वीं जयंती पर मंगलवार को स्वामी दयानंद पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुर्तीहट्टा पुरानी बस्ती में कार्यक्रम आयोजित हुआ। महर्षि दयानंद के जीवन पर प्रकाश डाला गया।
मुख्य वक्ता उदयभान आर्य ने कहा कि किसी देश का निर्माण, सुरक्षा व प्रगति एक संस्कारवान सुशिक्षित नागरिक ही करता है । शिक्षा में महर्षि दयानंद के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सबके लिए समान शिक्षा का मंत्र दिया। उनके बताए मार्ग पर चलकर पूरी दुनिया को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है। कहा कि निरंतर प्रगति के लिए मौलिक अभिव्यक्त अति आवश्यक है जो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ही मिलती है। कार्यक्रम का शुभारंभ आदित्य नारायण गिरि प्रधानाध्यापक ने किया। संचालन ओम प्रकाश आर्य ने किया। कहा कि बच्चों में अपार ऊर्जा होती है और शिक्षक उस ऊर्जा को देश को प्रकाशित करने वाली ऊर्जा के रूप में बदल देता है। विशिष्ट अतिथि हरिपति पांडेय ने कहा महर्षि दयानंद ने दुनिया को वेद मार्ग बता कर संसार का उपकार किया है। योग शिक्षक सुभाष वर्मा, मुरलीधर भारती, अनूप कुमार त्रिपाठी ने विचार रखे। दिनेश मौर्य, अरविद श्रीवास्तव, नितेश कुमार, पारो गुप्ता, एकता, आदित्य गुप्ता, राशि अग्रहरि, विकास चौधरी, राज पांडेय, अमर, हिमेश, आंचल आदि मौजूद रहे।