आवास की आस में झोपड़ी में गुजर रही जिदगी
आवास के अभाव में रमावती पत्नी धनीराम घर के नौ सदस्यों के साथ छप्पर में रहने को मजबूर हैं। त्रिलोकीनाथ पुत्र दीनानाथ को भी अभी तक छत नसीब नहीं हो सका है। घर तक पहुंचने के लिए कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है।
बस्ती: सदर ब्लाक के बानगढ़ ग्राम पंचायत के डम्मरजोत गांव में आधा दर्जन से अधिक परिवारों को छत के अभाव में आज भी झोपड़ी में जीवन यापन करना पड़ रहा है। गांव में जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण लोगों को जलजमाव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
आवास के अभाव में रमावती पत्नी धनीराम, घर के नौ सदस्यों के साथ छप्पर में रहने को मजबूर हैं। त्रिलोकीनाथ पुत्र दीनानाथ को भी अभी तक छत नसीब नहीं हो सका है। घर तक पहुंचने के लिए कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। पेयजल के लिए लगा इंडिया मार्क हैंडपंप लंबे समय से खराब पड़ा है। फूलमती देवी पत्नी झिनकू के पास मकान बनवाने के लिए अपनी जमीन तक नहीं है। गीता देवी पत्नी राजू व दुर्गावती पत्नी राकेश को भी अभी तक आवास नहीं मिल सका है। शांति देवी पत्नी धर्मवीर अपने पांच बच्चों के साथ छप्पर में गुजर बसर करने को मजबूर हैं।