समस्याओं के मकड़जाल में उलझा कोरियाडीह गांव

शीला पत्नी बसंतलाल ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ जर्जर मकान में रहती है। जिम्मेदारों द्वारा अपात्रों को आवास दे दिया गया है। राम उजागिर ने बताया कि ढाई दशक बीत जाने के बाद भी सामुदायिक केंद्र की तरफ जिम्मेदार झांकने तक नहीं आए। 25 लाख की लागत से बने सामुदायिक केंद्र में कबाड़ रखे गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 11:53 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 11:53 PM (IST)
समस्याओं के मकड़जाल में उलझा कोरियाडीह गांव
समस्याओं के मकड़जाल में उलझा कोरियाडीह गांव

बस्ती: शासन द्वारा लोगों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं पर जिम्मेदारों की लापरवाही भारी पड़ रही हैं। सल्टौआ गोपालपुर विकास खण्ड के कोरियाडीह गांव में संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है। ग्रामीणों को पेयजल, शौचालय, आवास जैसी सुविधाएं आसानी से नहीं मिल पा रही हैं। गांव समस्याओं के मकड़जाल में उलझा है।

गांव के चारों तरफ अभी भी बारिश का पानी जमा है। सफाई के अभाव में कई जगह नालियों का पानी उफनाकर सड़क पर बह रहा है। जलभराव के बीच ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। गांव में लगे इंडियामार्क हैंडपंप या तो खराब हैं या फिर दूषित जल दे रहे हैं। राम उजागिर के घर के समीप लगा हैंडपंप पिछले 15 साल से खराब पड़ा है। जगदेव के घर के समीप लगा हैंडपंप पांच साल से रीबोर नहीं कराया गया। उसमें अब बकरी बांधी जा रही है। गोवर्धन के घर के समीप लगा हैंडपंप तीन साल से बेपानी है। शौचालय का धन मिलने के बाद भी लोगों ने इसका निर्माण नहीं कराया है। आधे-अधूरे शौचालय होने के चलते लोग खुले में शौच के लिए मजबूर हैं।

शीला पत्नी बसंतलाल ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ जर्जर मकान में रहती है। जिम्मेदारों द्वारा अपात्रों को आवास दे दिया गया है। राम उजागिर ने बताया कि ढाई दशक बीत जाने के बाद भी सामुदायिक केंद्र की तरफ जिम्मेदार झांकने तक नहीं आए। 25 लाख की लागत से बने सामुदायिक केंद्र में कबाड़ रखे गए हैं। केंद्र में बिजली व पेयजल की व्यवस्था नहीं है। गांव में अभी तक सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। शौचालय टैंक बनाने के लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। दीवारों के प्लास्टर व फर्श का काम भी नहीं हुआ है। शौचालय शीट भी नहीं लगाई गई है। समझावन व सरोज ने बताया कि उन्हें शौचालय का धन नहीं मिला है। ग्राम प्रधान मनोज कुमार ने बताया कि सामुदायिक शौचालय का निर्माण जल्द ही पूरा करा दिया जाएगा। रही बात सामुदायिक केंद्र की तो पूर्ववर्ती प्रधान व सचिव ने इसे हैंडओवर लिया था।

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