बदहाल सड़कों पर जानलेवा बना सफर
हर्रैया तहसील क्षेत्र की सड़कों का हाल
जागरण संवाददाता, हर्रैया, बस्ती : तहसील क्षेत्र के ग्रामीणांचल की कई सड़कें बदहाल हैं। यहां कुछ ऐसी भी सड़कें हैं, जिनकी मरम्मत कराना ही विभाग भूल गया है। कुछ की मरम्मत के नाम पर खानापूरी कर लाखों रुपये का बंदरबांट कर लिया गया। बदहाल सड़कों पर राहगीरों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
मुरादीपुर-सकरदहा मार्ग का हाल बदहाल है। 2017-18 में बनी इस सड़क की गिट्टियां गुणवत्ताविहीन निर्माण के चलते दो साल में ही बिखर गईं। मार्च में सड़क की पैचिग भी कराई गई थी। उसमें भी तारकोल की कमी रही। जिसके कारण सड़क फिर से गड्ढे में तब्दील हो गई। इसी सड़क से पौराणिक मंदिर श्रृंगीनारी के साथ ही सैकड़ों गांव हर्रैया मुख्यालय से जुड़ते हैं। हजारों की संख्या में जरूरतमंद प्रतिदिन यात्रा करते हैं। करीब दर्जनभर स्कूलों की बसें भी इसी सड़क से आती-जाती है।
परशुरामपुर विकासखंड के लोगों के लिए तहसील व जिले तक पहुंचने के लिए यह सबसे सुगम मार्गाें में गिना जाता था, मगर इस राह पर यात्रा करना काफी दुश्कर है। ऐसा ही हाल कप्तानगंज कस्बे से पांडवनगर होते हुए रामजानकी मार्ग को जोड़ने वाली सड़क का है। वर्षों से उसकी गिट्टी उखड़कर बिखरी है। इस रोड से गुजरने वाले वाहन हिचकोले खाते हुए गुजरते हैं। जबकि इस रास्ते से तमाम जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। बावजूद इसके किसी ने इस सड़क की मरम्मत के बारे में नहीं सोचा। इस मार्ग से रोजाना यात्रा करने वाले डा. मोहम्मद सैयद आलम, गुलाब मौर्या, अनिल चौधरी, विनोद कुमार आदि का कहना है कि गड्ढामुक्त अभियान में भी इस सड़क पर काम न होना लोगों के लिए मायूसी का कारण बन गया है।