इनरव्हील ने मनाया मित्रता दिवस व सावन तीज उत्सव
यह सफलता कप्तानगंज क्षेत्र के लिए किसी गौरव से कम नहीं। उनकी यह सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। सिपाही में भर्ती होने वाले जवान के प्रमोशन का अंतिम पायदान सूबेदार मेजर होता हैजो बिरले ही प्राप्त कर पाते हैं।
बस्ती : रविवार को इनरव्हील क्लब बस्ती मिडटाउन ने मित्रता दिवस के साथ ही साहचर्य का पर्व तीज उत्सव मनाया। कार्यक्रम में 50 सदस्यों ने हिस्सा लिया। यहां आपसी मित्रता को प्रगाढ़ करने की ओर कदम बढ़ाए गए।
इनरव्हील सखियों ने दोस्ती के गीत, सावन के गीत प्रस्तुत किए। कमल गाडिया ने दोस्ती जैसे खूबसूरत रिश्ते पर कविता के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। क्लब एडिटर साधना गोयल ने बताया कि हम सभी बहनों को सावन माह का बेसब्री से इंतजार रहता है। सचिव तूलिका अग्रवाल ने कार्यक्रम की शुरूआत इनरव्हील प्रार्थना से की। क्लब की अध्यक्ष आशा अग्रवाल ने सभी को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। क्लब की आईएसओ दीपा खंडेलवाल ने सभी को फ्रेंडशिप बैंड बांधकर मित्रता दिवस की बधाई दी। मारवाड़ी महिला मंच की अध्यक्ष पूनम गाडिया को क्लब की ओर से सम्मानित किया गया। क्लब की ट्रेजरार नीतू अरोरा ने हाउजी फ्रेंडशिप डे का गेम तीज का गेम रखा जिसमें सभी सदस्यों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। फ्रेंडशिप गेम में आभा अग्रवाल, सरिता रुंगटा व रीता ने अपना स्थान बनाया। वहीं तीज गेम में सीमा गुप्ता, उमा अग्रवाल, शशि बथवाल ने अपना स्थान बनाया।
रामदत्त बने सेना में सूबेदार मेजर, गांव में खुशी की लहर
भारतीय सेना में सिपाही के पद पर भर्ती हुए कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मनकापुर गांव निवासी जयराम चौधरी के बड़े पुत्र रामदत्त चौधरी को रविवार को सेना में सूबेदार मेजर का पद हासिल हुआ तो पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।
यह सफलता कप्तानगंज क्षेत्र के लिए किसी गौरव से कम नहीं। उनकी यह सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। सिपाही में भर्ती होने वाले जवान के प्रमोशन का अंतिम पायदान सूबेदार मेजर होता है,जो बिरले ही प्राप्त कर पाते हैं। 27 अगस्त 1993 को महाराष्ट्र के अहमदनगर में सेना में सिपाही के रूप में भर्ती होकर रामदत्त चौधरी ने बबीना, झांसी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, लेह, लद्दाख, यूएन, कांगो सहित अफ्रीकन कंट्री में सेवा करते हुए सूबेदार के पद तक पहुंच गए। दिसंबर 2020 में देश के 256 सेना के सूबेदार जब सूबेदार मेजर बनाने के लिए सेना की कसौटी पर कसा गया तो उसमें 27 लोग ही सफल हो सके। जिनमें रामदत्त चौधरी भी शामिल हैं। एक अगस्त को उन्होंने सूबेदार मेजर का पदभार आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के एनसीसी बटालियन में ग्रहण किया तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना ना रहा। पिता जयराम, माता शांति देवी, पत्नी रमा, पुत्री प्रियांशी और पुत्र आयुष भी काफी प्रसन्न हैं।