सरयू नदी खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर, तटबंध पर बढ़ा दबाव

बारिश के चलते स्थित और भी बदतर हो जाती है। समस्या के समाधान को कोई आगे नहीं आ रहा है। गनेशपुर के संदीप निषाद ने बताया कि कई महीनों से चौराहे पर गंदगी फैली हुई है। गंदगी और कीचड़ के चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है। सरैया निवासी विनोद ने बताया कि वह चौराहे पर अपनी दुकान चलाते है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:28 PM (IST)
सरयू नदी खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर, तटबंध पर बढ़ा दबाव
सरयू नदी खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर, तटबंध पर बढ़ा दबाव

बस्ती: सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटबंध पर दबाव बढ़ गया है। नदी खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर 92.89 मीटर पर बह रही है। खतरे का निशान 92.73 मीटर है। जलस्तर बढ़ने से कटरिया-चांदपुर,चांदपुर-गौरा और गौरा-सैफाबाद तटबंध से बाढ़ का पानी टकराने लगा है। खलवा गांव के निकट स्थिति संवेदनशील है। वहीं कटरिया गांव के पास बने ठोकर पर दबाव बरकरार है।

सुबिखाबाबू गांव मैरुंड है, जबकि भुवरिया,आशिक टेड़वा, श्रीराम पुरवा, अशोकपुर के कुछ मजरे, बर्दियालोहार का एक पुरवा, बिशुनदासपुर की अनुसूचित बस्ती, खजांचीपुर आदि मजरे बाढ़ प्रभावित हो गए हैं। गौरा-सैफाबाद तटबंध पर टकटकवा से लेकर दलपतपुर गांव तक तटबंध पर पानी का दबाव है। टकटकवा रिग बांध पर नदी के दबाव के चलते धीरे-धीरे कटान हो रही है। टकटकवा के ग्रामीण अपने सामान को सुरक्षित करने में लगे हैं,बढ़ते जलस्तर के चलते पशुपालकों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने तटबंध सुरक्षित है। बचाव कार्य किया जा रहा है। कटान रोकने के लिए पर्याप्त संसाधन एकत्र कर लिए गए हैं।

नवसृजित नगर पंचायत गनेशपुर में दुश्वारियों का बोलबाला

नवसृजित नगर पंचायत गनेशपुर के शंकरनगर चौराहे पर दुश्वारियों का बोलबाला है। बारिश ने चौराहे की सूरत बिगाड़ दी है। जगह-जगह गंदगी पसरी हुई है। सफाई न होने से कूड़े का ढेर लग गया है। जाम नालियां बजबजा रही है। जल निकासी न होने से गंदा पानी सड़क पर बह रहा है।

मुख्य सड़क पर जल जमाव हो गया है। नालियां भी क्षतिग्रस्त हो गई है। जिम्मेदार सुधि नहीं ले रहे है। चौराहे पर गंदगी के बीच बाजार लगते है। कूडे़ के ढेर से उठती दुर्गंध से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आने जाने वाले लोगों को नाक ढकना पड़ता है। खरीदारी के लिए आए लोग दुर्गंध के चलते यहां ज्यादा देर रूक नहीं पाते है। स्थानीय लोगों ने कई बार समस्या से निजात दिलाने की मांग उठाई मगर किसी ने सुधि नहीं लिया। आसपास के लोगों को संक्रामक बीमारियों के होने का भय बना रहता है। बारिश के चलते स्थित और भी बदतर हो जाती है। समस्या के समाधान को कोई आगे नहीं आ रहा है। गनेशपुर के संदीप निषाद ने बताया कि कई महीनों से चौराहे पर गंदगी फैली हुई है। गंदगी और कीचड़ के चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है। सरैया निवासी विनोद ने बताया कि वह चौराहे पर अपनी दुकान चलाते है। जल निकासी न होने से हल्की बारिश में उनके दुकान के सामने जलजमाव हो जाता है। जल्द से जल्द समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

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