अहंकार, लालच और दिखावा में फंसा मानव

बरदहिया के श्रीरामजानकी मंदिर पर श्रीमद्भागवत कथा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:07 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:07 PM (IST)
अहंकार, लालच और दिखावा में फंसा मानव
अहंकार, लालच और दिखावा में फंसा मानव

जागरण संवाददाता साऊंघाट, बस्ती: आज मानव अहंकार, लालच और दिखावे के चक्कर में फंस गया है। हर चमकने वाली चीज को सोना समझकर उसके पीछे पड़कर बर्बाद हो रहा है। इसलिए दिखावा के चक्कर में न पड़कर भगवत भजन में समय लगाना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण होगा।

यह सद्विचार कथा वाचक पं.सुरेंद्र नाथ शास्त्री के हैं। वह बरदहिया स्थित राम जानकी मंदिर पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन शनिवार को श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत कथा सुना रहे थे। कहा कि जो लोग ईश्वर के आगे नतमस्तक होते हैं उन्हें संसार में किसी और के सामने झुकने की जरूरत नहीं होती है। ईश्वर हमेशा ऐसे भक्तों का साथ देता है।

महंत सरजू दास की देखरेख में 21 फरवरी से श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। शनिवार को हवन के पूर्णाहुति के साथ भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

इस मौके पर जयप्रकाश सिंह, पप्पू जायसवाल, बजरंगी जायसवाल, श्रीनिवास, उमाशंकर, रानू सिंह, भारत सिंह आदि श्रद्धालु मौजूद रहे। रामजन्म से लेकर अहिल्या उद्धार की कथा सुनाई

जासं महसों, बस्ती: सदर विकास खंड के महसों पश्चिम टोला में चल रहे पांच दिवसीय श्रीराम चरित मानस सम्मेलन में शुक्रवार को कथा वाचक अखिलेश शांडिल्य ने राम जन्म से लेकर अहिल्या उद्धार तक की कथा का विस्तार से वर्णन किया।

कहा कि महामुनि विश्वामित्र, राम और लक्ष्मण को महल से लेकर वन जाते हैं। राम और लक्ष्मण विश्वामित्र के साथ वन पहुंचने के बाद आसुरी शक्तियों का संहार किया। ऋषियों को राक्षसों के आतंक व अत्याचार से मुक्त कराया। भगवान श्रीराम ने अहिल्या का भी उद्धार किया। इस मौके पर राजन श्रीवास्तव, अयोध्या कसौधन, दिवांशु सोनी, विवेक श्रीवास्तव, पंकज श्रीवास्तव, अनमोल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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