धारण क्षमता में हुआ खेल, बढ़ाकर भेजे प्रस्ताव

21 नए केंद्रों को विभाग ने दी स्वीकृति, परिषद के निर्णय का इंतजार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 10:21 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 10:21 PM (IST)
धारण क्षमता में हुआ खेल, बढ़ाकर भेजे प्रस्ताव
धारण क्षमता में हुआ खेल, बढ़ाकर भेजे प्रस्ताव

बस्ती : माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में एक बार फिर खेल कर दिया है। प्रथम चरण में तो सभी कार्य परिषद के मानक पर हुए। विद्यालयवार आनलाइन रिपोर्टिंग की गई। वहां से पहले 123 केंद्र जनपद के लिए निर्धारित किए गए। इसके बाद आपत्तियां मांगी गईं। 12 परीक्षा केंद्र बने विद्यालयों के धारण क्षमता पर सवाल उठे। मगर इसकी अनदेखी हुई। विभाग ने जिला स्तरीय समिति और आनलाइन केंद्र निर्धारण की आड़ में विद्यालयों के धारण क्षमता में बड़े पैमाने पर फेरबदल कर केंद्रों को बढ़ाने का रास्ता साफ कर दिया। राजनीतिक दबाव में कुछ नए विद्यालयों के नाम परीक्षा केंद्र के लिए जिला स्तरीय समिति द्वारा अनुमन्य किए गए हैं। इसमें कुछ विभागीय जिम्मेदारों की मर्जी पर भी शामिल हुए हैं। कुल 21 विद्यालयों की सूची नए परीक्षा केंद्र बनाने के लिए भेजी गयी है। अब इंतजार है परिषद की मुहर लगने का। चौंकाने वाली बात यह कि इसमें दर्जन भर ऐसे विद्यालय है जो पूर्व में डिबार घोषित हो चुके है। दागी विद्यालयों को परीक्षा केंद्र की सूची में शामिल करने पर यह तर्क दिया जा रहा है कि विद्यालयों की डिबार अवधि खत्म हो चुकी है। 37 आपत्तियां ऐसी थी जिनमें केंद्रों की अधिक दूरी बताई गई। इन पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। केंद्र बनने से इनकार कर देने वाले पांच विद्यालयों को कार्रवाई की श्रेणी में दर्शाया गया है। मुख्यालय पर आधा दर्जन विद्यालय ऐसे हैं जिनकी धारण क्षमता पांच सौ के इर्द गिर्द है। विभागीय रिपोर्ट में इन्हें 200 से 300 की धारण क्षमता में रखा गया है। ऐसे ही हर्रैया, रुधौली, मुंडेरवा, बनकटी के कुछ अव्वल विद्यालयों की धारण क्षमता घटाकर आधे से कम कर दी गई है।

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शिक्षा माफिया की खूब चली

इस बार केंद्र निर्धारण में शिक्षा माफिया की खूब चली है। ऐन-केन-प्रकारेण वह अपने विद्यालयों को परीक्षा केंद्र की सूची में शामिल कराने में सफल रहे। राजनीतिक दबाव एवं विभाग में अच्छी पकड़ के चलते दागी स्कूल परिषद की सूची से लेकर जिला स्तरीय समिति की सूची तक अपना स्थान बनाए हुए हैं। नकल विहीन परीक्षा में यह विद्यालय कहीं फिर विभाग के लिए मुसीबत न बन जाए।

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खत्म हो गई डिबार अवधि

नए केंद्रों का प्रस्ताव हमने नहीं भेजा है। जिला स्तरीय समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी हैं। उनकी देखरेख में सब हुआ है। जहां दागी विद्यालयों की बात है तो डिबार अवधि अब अधिकांश स्कूलों की खत्म हो चुकी है।

बृजभूषण मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक, बस्ती।

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कुल बोर्ड परीक्षार्थी- 80900

हाईस्कूल- संस्थागत- 45130, व्यक्तिगत- 111

इंटरमीडिएट- संस्थागत- 34880, व्यक्तिगत- 779

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