पटेल चौक से पचपेड़िया मार्ग पर लगेगा हाई बैरियर

कलिगड़ा ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण एक वर्ष पहले शुरू हुआ था जो अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। ग्रामीण संदीप कुमार निषाद दीपक निषाद अर्जुन सुखदेव निषाद आदि ने बताया कि उनके गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण शुरू हुआ था तो लगा कि जल्द ही यह पूर्ण हो जाएगा और लोगों को उसका लाभ भी मिलने लगेगा मगर जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण अब तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 11:56 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 11:56 PM (IST)
पटेल चौक से पचपेड़िया मार्ग पर लगेगा हाई बैरियर
पटेल चौक से पचपेड़िया मार्ग पर लगेगा हाई बैरियर

बस्ती: जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मड़वानगर टोल प्लाजा के अंतर्गत हर्दिया,गौरा तिराहा एवं पटेल चौराहा का निरीक्षण किया। पटेल चौक से पचपेड़िया मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए हाई बैरियर लगाने की अनुमति दे दी है। गौरा एवं हर्दिया तिराहे के बारे में उन्होंने एसडीएम सदर से रिपोर्ट मांगी है।

उद्योग बंधु की बैठक में उद्यमियों ने अवगत कराया था कि टोल प्लाजा के अलावा भी फोरलेन पर जगह-जगह टोल कर्मियों द्वारा वाहनों से टोल टैक्स की वसूली की जाती है। जिलाधिकारी ने इन मार्गों पर स्थापित बैरियर को तत्काल बन्द कराने के लिये पुलिस विभाग को निर्देशित किया था। इस फैसले से राष्ट्रीय राजमार्ग के प्राधिकरण के अधिकारी टोल कर्मियों के बचाव में आ गए। जिलाधिकारी को प्रत्यावेदन देकर बताया कि टोल बचाने के लिए फोरलेन से जुड़े शहर के लिक मार्गों से होकर भारी वाहन आते-जाते हैं। इससे प्राधिकरण को वित्तीय नुकसान हो रहा है।

जिलाधिकारी ने प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ हर्दिया तथा गौरा चौराहे का निरीक्षण किया। प्रोजेक्ट डाइरेक्टर विजय संचेती, वरिष्ठ टोल प्रबन्धक सुमित भण्डारी, हरिकेश मिश्र तथा प्रबंधक श्याम अवतार शर्मा उपस्थित रहे।

एक साल बाद भी नहीं पूरा हो सका सामुदायिक शौचालय का निर्माण विकास खंड गौर के कलिगड़ा ग्राम पंचायत में एक साल बाद भी सामुदायिक शौचालय का निर्माण अधूरा है। जिम्मेदार अभी भी इसके निर्माण को लेकर उदासीन बने हुए हैं।

सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन पर जिम्मेदार ही पलीता लगा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा हर ग्राम पंचायत में लाखों रुपये खर्च कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। इन शौचालयों की देखभाल और साफ सफाई करने वाले स्वयंसहायता समूह की महिला सदस्य को छह हजार रुपये प्रतिमाह और तीन हजार रुपये सामग्री खरीदने को दिए जाने का प्रविधान है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यह अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है।

कलिगड़ा ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण एक वर्ष पहले शुरू हुआ था, जो अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। ग्रामीण संदीप कुमार निषाद, दीपक निषाद, अर्जुन, सुखदेव निषाद आदि ने बताया कि उनके गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण शुरू हुआ था तो लगा कि जल्द ही यह पूर्ण हो जाएगा और लोगों को उसका लाभ भी मिलने लगेगा, मगर जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण अब तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका है।

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