अपने ही निकले छुपे रुस्तम,बिगड़ा समीकरण

कल साथ निभाने का किया था वादा अब खुद ही बन गए दावेदार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 11:36 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 11:36 PM (IST)
अपने ही निकले छुपे रुस्तम,बिगड़ा समीकरण
अपने ही निकले छुपे रुस्तम,बिगड़ा समीकरण

दुबौला,बस्ती : जिनके सहारे चुनाव की नैय्या पार कर ग्राम पंचायत के मुखिया की कुर्सी पर बैठने का सपना था,अब वही मैदान में कूद गए हैं। तो जाहिर है चुनौती बढ़ जाएगी। ऐसे में पुरानी गणित बिगड़नी तय है। चुनाव में जीत के लिए हर दांव लगेंगे। हर हुनर का उपयोग होगा, कहीं घात होगा तो कोई प्रतिघात करेगा। कुछ ऐसा ही हाल दो दिवसीय नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद ग्राम पंचायत चुनाव का है। जिले के तमाम ग्राम पंचायतों से अचानक ऐसे लोगों ने अपना नामांकन किया है, जो कल तक किसी न किसी के समर्थक थे। एक या दो रात पहले न जाने ऐसा क्या हुआ कि वह भी सीधे गद्दी हासिल करने की दौड़ में शामिल हो गए। नामांकन के समय छुपे रुस्तम बनकर निकले अपनों ने तमाम दिग्गजों का समीकरण बिगाड़ दिया है। जिनके बूते मैदान मारने की कसम ली, अब उन्हीं से लड़ना होगा। जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत में तो तस्वीर पहले से साफ थी, कि कितने लोग कहां से नामांकन करेंगे। जिला पंचायत के लिए राजनीतिक दलों से समर्थन मिलने के बाद बागी निर्दल दावेदारों ने कई क्षेत्रों में अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। कुछ स्थानों पर पार्टियों द्वारा समीकरण के अनुसार गलत व्यक्ति को टिकट देने की भी चर्चा है। तमाम दलों ने पार्टी में रहकर निर्दल चुनाव लड़ने वालों से वार्ता की,लेकिन कोई खास असर नहीं दिखा। अधिकांश दावेदार यह कहकर लड़ाई में है, कि यह चुनाव पार्टी का है ही नहीं। इसमें तो अपनी मेहनत और संघर्ष से फैसला होगा।

ग्राम पंचायतों का आलम यह है कि पहले से कुछ लोगों ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए डमी प्रत्याशी अपने खर्च से गोपनीय तरीके से उतार दिए लेकिन नामांकन के लिए लगी लाइन पर नजर पड़ी तो आंखें खुली रह गई। एक मुश्त वोट दिलवाने का वादा करने वाले कई लोग नामांकन के लिए खड़े थे। कुछ दिन पूर्व जिन्होंने कहा था चाहे जो हो जाए जीत का सेहरा आपके ही सिर बंधेगा, आज नामांकन में उन्हीं को दूल्हा बना देख झटका तो लग ही चुका है।

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