समस्याओं को लेकर मुखर हुए सरकारी चिकित्सक

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के आह्वान पर सरकारी चिकित्सक सोमवार को लामबंद हुए। विभिन्न मुद्दों को लेकर यह चिकित्सक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। संघ के अध्यक्ष आनंद गुप्त की अगुवाई में मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 11:15 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 11:15 PM (IST)
समस्याओं को लेकर मुखर हुए सरकारी चिकित्सक
समस्याओं को लेकर मुखर हुए सरकारी चिकित्सक

बस्ती : प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के आह्वान पर सरकारी चिकित्सक सोमवार को लामबंद हुए। विभिन्न मुद्दों को लेकर यह चिकित्सक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। संघ के अध्यक्ष आनंद गुप्त की अगुवाई में मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। कहा कि चिकित्सकों के साथ प्रतिकूल व्यवहार किया जा रहा है। शासन का लगातार ध्यानाकर्षण किए जाने के बाद भी चिकित्सकों की मांग पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। जिससे प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग में असंतोष और निराशाजनक स्थिति है। प्रमोशन व अन्य लंबित मामलों को लेकर सातवें वेतन आयोग के क्रम में प्रैक्टिस बंदी, भत्ते आदि नहीं दिए जा रहे हैं। चिकित्सकों से विकल्प लिए बिना ही अधिवर्षता आयु मनमाने ढंग से बढ़ा दी जाती है। पात्र चिकित्सकों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का लाभ नहीं दिया जा रहा है। कहा कि दोहरी व्यवस्था के तहत चिकित्सा इकाइयों में ढाई लाख रुपये प्रतिमाह वेतन पर चिकित्सक वी¨डग के माध्यम से 8 घंटे के लिए नियुक्त किए जा रहे हैं। लोक सेवा आयोग से चयनित चिकित्सा अधिकारियों को मात्र 70 हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है। संघ आंदोलन की अगली रणनीति जल्द घोषित करेगा। डा. आलोक पांडेय,डा. आशीष नारायण त्रिपाठी, डा. सुधांशु द्विवेदी, डा. अबरार हुसैन, अरुण कुमार चौधरी, डा. र¨वद्र कुमार वर्मा, अवधेश चौबे, डा. विजय यादव, डा. रामप्रकाश मौजूद रहे।

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