बिछाई जा रही गैस पाइप लाइन,बाधित हो रही इंटरनेट सेवा
मो. नसीम अंसारी उप महाप्रबंधक बीएसएनएल ने बताया कि गैस पाइप लाइन बिछाने वाली कार्यदायी संस्था की लापरवाही से फौव्वारा तिराहा से रौता के बीच फाइबर व यूजी केबल कई बार कटने से क्षतिग्रस्त हो गए है। किसी तरह से केबल जोड़कर काम चलाया जा रहा है। नुकसान की भरपाई करने के लिए संस्था को डिमांड लेटर दे दिया गया है।
बस्ती: बीएसएनएल की ब्राडबैंड सेवा आएदिन बाधित हो रही है। इसका कारण है। शहर में बिछाई जा रही गैस पाइप लाइन। गैस पाइप लाइन को डालने के लिए सड़क किनारे गड्ढे खोदे जा रहे है। इससे बीएसएनएल का फाइबर व यूजी केबल कट जा रहा है। रोज कहीं न कहीं ऐसी शिकायतें आ रही है। ऐसे में विभाग एक तरफ केबल को जोड़ता है तो दूसरी तरफ खोदाई के चलते केबल कट जा रही है। कर्मचारी भी इससे परेशान हो गए है।
मालवीय रोड पर गैस पाइप लाइन बिछाई जा रही है। फौव्वारा तिराहा से रौता चौराहे तक पाइप लाइन को बिछाते समय कई जगह बीएसएनएल का फाइबर केबल व यूजी केबल कट गया है। विभाग किसी तरह से केबल को जोड़कर सेवाएं देने में लगा हुआ है। केबल कटने से बैंकों में काम काज ठप हो जा रहे है। सरकारी व प्राइवेट कार्यालय में भी इंटरनेट सेवा बाधित होने से लोगों को परेशानी हो रही है। दिन में कई बार फाइबर व यूजी केबल कटने से ब्राडबैंड, लैंडलाइन व लीज लाइन सभी सेवाएं ठप हो जा रही है। उपभोक्ताओं को घंटो हलकान होना पड़ रहा है। यूजी केबल कटना विभाग के लिए बना सिरदर्द बीएसएनएल की यूजी केबल कटने से सिरदर्द बढ़ गया है। इसे दोबारा बिछाने के लिए लंबी प्रक्रिया से विभाग को गुरजना पड़ता है। विभाग को पहले स्टीमेट बनाकर भेजना पड़ता है। उसके बाद ई-टेंडरिग करनी पड़ती है। यह प्रक्रिया पूरी होने में लगभग छह महीने का समय लग जाता है। ऐसे में विभाग को कटे हुए यूजी केबल से सेवाओं को देना चुनौती है। प्रशासनिक क्षेत्र में भी हो रही असुविधा
प्रशासनिक क्षेत्र में भी बीएसएनएल का फाइबर व यूजी केवल कटने से काफी असुविधा हो रही है। कचहरी एक्सचेंज में कमिश्नर, जिलाधिकारी, आइजी, पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पड़ते हैं। केबल कटने से इन कार्यालयों में भी दिक्कतें हो रही हैं।
मो. नसीम अंसारी, उप महाप्रबंधक बीएसएनएल ने बताया कि
गैस पाइप लाइन बिछाने वाली कार्यदायी संस्था की लापरवाही से फौव्वारा तिराहा से रौता के बीच फाइबर व यूजी केबल कई बार कटने से क्षतिग्रस्त हो गए है। किसी तरह से केबल जोड़कर काम चलाया जा रहा है। नुकसान की भरपाई करने के लिए संस्था को डिमांड लेटर दे दिया गया है।