नकल माफिया पर होगी गैंगस्टर व एनएसए की कार्रवाई
डीएम बोले बोर्ड परीक्षा में नकल कराना संगठित अपराध की श्रेणी में - परीक्षा केंद्र में रखे गए प्रश्नपत्रों पर विशेष ध्यान देने पर दिया जोर
बस्ती : बोर्ड परीक्षा के दौरान पेपर और उत्तर पुस्तिका वायरल किए जाने को लेकर डीएम ने सख्त रुख अपनाया है। नकल माफिया को चेतावनी देते हुए कहा कि यह संगठित अपराध की श्रेणी में आता है। इसमें जो भी संलिप्त पाया जाएगा,उसके खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।
डीएम आशुतोष निरंजन ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि इंटरमीडिएट के अंग्रेजी व अर्थशास्त्र तथा हाईस्कूल के सामाजिक विज्ञान के प्रश्नपत्र लीक होने की खबर मिली थी। इससे पहले राकेश कुमार मिश्र मीरा देवी इंटर कालेज केवटली में अर्थशास्त्र की परीक्षा तीन मार्च को होनी थी। इस प्रश्नपत्र को केंद्र व्यवस्थापक ने 24 फरवरी को ही खोल दिया था। जांच में दोषी मिलने पर केंद्र व्यवस्थापक सालिक राम पांडेय, परीक्षा प्रभारी राहुल मिश्र, लिपिक रामपूजन मिश्र, सहायक अध्यापक कुसुम मिश्र और सौरभ शुक्ल के विरुद्ध दुबौलिया थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। इसी प्रकार राम प्यारे चौधरी इंटर कालेज रेहरवा नकटीदेई कप्तानगंज में 26 फरवरी को द्वितीय पाली में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेमप्रकाश मीणा ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कक्ष संख्या 11 में कुछ छात्रों के कापी चेक करने पर उनके उत्तर एक समान पाए गए। नकल कराने के आरोप में स्टेटिक मजिस्ट्रेट मनोज कुमार चतुर्वेदी ने केंद्र व्यवस्थापक सहित चार लोगों के विरुद्ध कप्तानगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया, जिनमें केंद्र व्यवस्थापक कृष्ण कुमार चौधरी व सहायक अध्यापक विनोद कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसी प्रकार अंग्रेजी की परीक्षा शुरू होने से पूर्व सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र के उत्तर वायरल होने के मामले में अज्ञात पर डीआइओएस की ओर से कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया जा चुका है। डीएम ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया है कि वे अपने सामने प्रश्नपत्रों का बंडल खोलवाएं, उत्तर पुस्तिकाओं को जमा करने के दौरान भी वह मौजूद रहें। इतना ही नहीं केंद्र में रखे गए प्रश्नपत्रों पर विशेष ध्यान दें,यह देखते रहें,कहीं उससे छेड़छाड़ तो नहीं की गई है।