जल सरंक्षण की मिसाल बना अगया का तालाब
दिलीप चौधरी ने बनवाया निजी जमीन में 16 बिस्वा जमीन में तालाब
जागरण संवाददाता,गायघाट,बस्ती: कुदरहा ब्लाक के अगया उर्फ भितिहा गांव का तालाब जल संरक्षण का मिसाल पेश कर रहा है। गर्मी में जहां अधिकतर तालाब व पोखरे सूख गए हैं वहीं इस तालाब में पानी भरा हुआ है। जिसमें पशु-पक्षी आकर प्यास बुझा रहे है। जल संरक्षण का यह प्रयास दिलीप चौधरी ने किया है। जल प्रहरी के रूप में वह काफी सजग है।
उन्होंने 2018 में गांव के पश्चिम तरफ निजी जमीन में 16 बिस्वा जमीन में तालाब बनवाया। जिसमें वह बारिश की बूंदों का जतन कर रहे हैं। इतना ही नहीं जल संरक्षण के साथ वह प्रकृति को भी हरा भरा रखने का काम कर रहे हैं। तालाब के चारों ओर केला, आम व नीम के पौधे लगाए हैं। बारिश की बूंदें बर्बाद न हो, इसके लिए उन्होंने तालाब के किनारे ह्यूम पाइप लगाकर उसकों संरक्षित कर रहे हैं। दिलीप ने बताया कि लगातार जल की बर्बादी से जल संकट गहरा रहा है। अगर जल की बर्बादी पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले समय में जल संकट और भी गहरा जाएगा। कहा कि बारिश की बूंदें ऐसे ही बर्बाद हो जा रही है। जिससे भूगर्भ जलस्तर भी कम होता जा रहा है। जल को संरक्षित करने के लिए थोड़ी सी पहल करने की जरूरत है। इसीलिए बारिश की बूंदों को सहेजने के लिए एक कदम आगे बढ़ाया। जिसका नतीजा वर्तमान समय में तालाब पानी से भरा हुआ है। जल संरक्षण के प्रति प्रेरित होकर गांव के इंदल चौधरी, जितेंद्र पाल, प्रदीप चौधरी ने भी निजी जमीन में तालाब बनाया है। जिसमें बारिश की बूंदों को संरक्षित किया जा रहा है।