गन्ना तौल कराने के लिए किसानों की बढ़ी परेशानी

किसानों को ट्राली का किराया उतना ही देना पड़ता है लेकिन इस पेराई सत्र में मात्र 30 क्विटल गन्ने की तौल की जा रही हैं जो पिछले पेराई सत्र से 12 क्विंटल कम है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 12:00 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 12:00 AM (IST)
गन्ना तौल कराने के लिए किसानों की बढ़ी परेशानी
गन्ना तौल कराने के लिए किसानों की बढ़ी परेशानी

बस्ती : चीनी मिलों की ओर से गन्ना किसानों की सुविधा के लिए जगह-जगह गन्ना क्रय केंद्र खोले गए हैं। जिससे किसानों को गन्ने की तौल कराने में समस्याओं का सामना न करना पड़े। इसके बाद भी किसान परेशान हैं। चीनी मिल तथा गन्ना विभाग की लापरवाही के चलते किसानों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।

जागरण ने शुक्रवार को तीन गन्ना क्रय केंद्रों की पड़ताल की। इस दौरान पता चला कि किसान क्रय केंद्रों पर विभिन्न प्रकार की दुश्वारियों से जूझ रहे हैं। रौजा गांव चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र धेनुगांवा में किसान दान बहादुर, महेश शर्मा, भगवान प्रसाद, शिवकुमार ने बताया कि समय से सप्लाई टिकट न मिल पाना तथा सप्लाई टिकट पर पिछले पेराई सत्र से 10 क्विंटल कम करके तौल करना, छोटे किसानों की बड़ी समस्या है। लोगों का कहना है कि जिन किसानों के पास खुद की ट्रैक्टर-ट्राली नहीं है। वह किराए की ट्राली से गन्ना लेकर क्रय केंद्र पर आते हैं। किसानों को ट्राली का किराया उतना ही देना पड़ता है, लेकिन इस पेराई सत्र में मात्र 30 क्विटल गन्ने की तौल की जा रही हैं, जो पिछले पेराई सत्र से 12 क्विंटल कम है। वहीं कोहराए गन्ना क्रय केंद्र पर मौजूद किसान बलराम, गुड्डू वर्मा, रामजियावन ने बताया कि पिछले सत्र की उपेक्षा सप्लाई टिकट पर कम तौल करना तथा किसानों की ट्राली से गन्ने की उतराई के नाम पर 100 रुपया प्रति ट्राली के हिसाब से शुल्क वसूली कर किसानों का शोषण किया जा रहा है। गन्ना क्रय केंद्र रायपुर के किसान कामता प्रसाद, ठाकुर प्रसाद, जंग बहादुर, रमाकांत का कहना है। कि ठीक ढंग से सर्वे न हो पाने की वजह से समय से सप्लाई टिकट नहीं मिल पा रहा है। जिस वजह से किसानों को गन्ना बेचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

सहकारी गन्ना विकास समिति विक्रमजोत के सचिव देव स्वरूप शुक्ल का कहना है कि किसी भी गन्ना क्रय केंद्र पर उतरवाई के लिए रुपये नहीं लगता है। जिसके बारे में चीनी मिल को भी जानकारी है। जिन किसानों का किन्ही कारणवश गन्ने का पड़ताल छूट गया है या रकबा कम है, वह समिति पर प्रार्थना पत्र देकर उसे ठीक करा सकते हैं। सप्लाई टिकट पर तौल निर्धारित मात्रा में ही की जा रही हैं।

पर्ची नहीं मिलने के कारण गन्ना किसान परेशान

बस्ती : गौरा विकास खंड कप्तानगंज अंतर्गत स्थित रमवापुर तिराहे पर स्थित बाग में गौरा कप्तानगंज गन्ना क्रय केंद्र बनाया गया है। अभी तक यहां के किसानों को सप्लाई टिकट ही नहीं मिल पाया है। स्थानीय लोगों के अनुसार मिल द्वारा कांटा लगाए 15 दिन से ऊपर हो गया, परंतु अभी तक क्रय केंद्र पूरी तरह से चालू नहीं हो पाया। रानीपुर गांव के किसान रामबोध ने बताया कि पर्ची का इंतजार कर रहे हैं। पांच बीघा गन्ना की फसल तैयार है। पर्ची मिले तो कटाई चालू करें। रमवापुर गांव के किसान धर्मराज चौधरी ने बताया कि सात बीघा गन्ने की फसल खेत में खड़ी है। पर्ची मिले तो कटाई चालू करके उसे क्रय केंद्र तक पहुंचाया जाए। यही के रहने राजाराम यादव, राम तीरथ यादव, घूरे यादव, शेखर यादव ने भी बताया कि अभी तक मिल से पर्ची ही नहीं आई है। इसको लेकर वे काफी परेशान हैं।

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