कष्ट दूर करने के लिए अवतरित होते हैं भगवान
जगह-जगह हुए धार्मिक आयोजन
बस्ती: विश्व शांति की कामना से पोखरा बाजार में चल रही नौ दिवसीय श्रीमछ्वागवत कथा के चौथे दिन भगवान कृष्ण के जन्म के प्रसंग का सजीव वर्णन किया गया। कथावाचक प्रज्ञा शुक्ला ने कहा कि पृथ्वी जब अत्याचार से पीड़ित हो कराहने लगती है तो उसकी वेदना दूर करने के लिए भगवान साकार रूप में पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। यजमान चंद्रावती देवी ने भगवान श्री कृष्ण के बालरूप की आरती उतारी। बुधेश सिंह, राकेश सिंह,दुर्गेश सिंह,अमरेश सिंह आदि उपस्थित रहे। कुदरहा क्षेत्र के डेल्हवा में चल रही श्रीमछ्वागवत कथा में अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य ने कहा कि ईश्वर से निस्वार्थ किया गया प्रेम ही भक्ति है। यज्ञाचार्य शैलेश ने भागवत अनुष्ठान का यज्ञ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कराया। श्रद्धालुओं ने भंडारे से प्रसाद ग्रहण किया । रूधौली क्षेत्र के हरैया मिश्र में श्रीराधा कृष्ण मंदिर पर चल रहे महायज्ञ व रासलीला में यज्ञाचार्य पं. प्रमोद शास्त्री ने वैदिक मंत्रों के साथ पूजन कराया। नंदलाल यादव, रामकेवल यादव, प्रेमचंद्र यादव, अवधेश मिश्र, संदीप मिश्र, रमेश यादव,मौजूद रहे । रुधौली के सरघाट देवी मंदिर पर हिदू युवा वाहिनी सरघाट मंदिर पर रामचरित मानस का पाठ हवन पूजन व नौ कन्या पूजन के साथ हुआ। भंडारे का आयोजन किया गया। व्यवस्थापक भानु चौधरी व राज कुमार सोनी, विधायक संजय जायसवाल की पत्नी संगीता जयसवाल, शशिभूषण सिंह,प्रकाश चौधरी,जितेंद्र यादव,महेंद्र तिवारी,शशांक,धर्मेंद्र चौरसिया, आदित्य दूबे ,सुजीत सोनी, विवेक गौड़, संजय ,दिनेश चौरसिया ,राहुल जयसवाल, राजेश सोनी ,शुभम कसौधन, रामसूरत ,अनुराग ,बृजेश व इंद्रमणि ,सहित मौजूद रहे।