बारिश की बूंदों सहेजने के लिए बनाया तालाब
सकारात्मक पहलू यह है खतरे की आहट महसूस कर तमाम लोग वर्षा जल को सहेजने लगे हैं।
जासं, रुधौली, बस्ती : भीषण गर्मी में अधिकतर तालाब सूख रहे हैं। भूजल स्तर कम होता जा रहा है। अगर जल की बर्बादी को रोका नहीं गया तो जल संकट और भी गहरा जाएगा। तालाब सूखने से पशु-पक्षियों के सामने भी संकट खड़ा हो रहे हैं। सकारात्मक पहलू यह है खतरे की आहट महसूस कर तमाम लोग वर्षा जल को सहेजने लगे हैं। ऐसे ही जल प्रहरी हैं ग्राम पंचायत ड़ड़वा पांडेय के टोला महुआ निवासी किसान धर्मराज निषाद। इन्होंने खेत में जलजमाव से होने वाली फसल को नुकसान से बचाने और बारिश का पानी सहेजने के लिए जल संचयन करने का फैसला लिया। इस तरह उन्होंने अपने खेत में ही तालाब खोदवा दिया,और उसमें बारिश की बूंदों को सहेजने लगे।
डेढ़ वर्ष पहले अपने एक बीघा खेत में धर्मराज ने तालाब बनवाया। वर्तमान समय में तालाब में पानी भरा हुआ है। जिससे ग्राम पंचायत में भूजल स्तर मेनटेंन है। पोखरे के किनारे किनारे पौधे भी लगाए हैं। उनका जल संरक्षण और पर्यावरण के प्रति लगाव लोगों को भी प्रेरित कर रहा है। गांव में लोग धर्मराज के इस प्रयास को काफी सराह रहे हैं। इतना ही नहीं जल संचयन के प्रति इनकी जागरूकता देख दूसरे गांव के लोग भी ऐसा करने को प्रेरित हो रहे है। धर्मराज ने कहा कि पहले बारिश की बूंदे बर्बाद हो जा रही थी। गांव में गर्मी आने पर भूजल स्तर भी कम हो जाता था। इसलिए बारिश की बूंदों के सहेजने और भूजल स्तर को सही रखने के लिए अपने खेत में तालाब खोदवाया। तालाब में पानी रहने से पशु- पक्षी भी प्यास बुझा रहे है।