कोरोना संक्रमण काल में न छोडं़े हौसला, महामारी से मिलेगी निजात
दुबौलिया ब्लाक के पकड़ी के पं दुर्गा प्रसाद तिवारी ने लोगों से आह्वान किया कि कोरोना संक्रमण काल में पूजा-पाठ में बहुत अधिक सर्तकता बरतने की जरूरी है। बचाव जरूरी हो गया है। यदि संभव हो तो कुछ दिन मंदिरों में जाने से बचें। घर में ही पूजा-पाठ करें। यदि कहीं पूजा-पाठ के लिए जा भी रहे हैं तो बचाव के साथ अर्चन करें। मंदिरों में लोग भीड़ न बढ़ाएं। मंदिर व धार्मिक स्थलों पर यदि जरूरी न हो तो जाने से बचें। घर में मन से पूजा करने पर उतना ही फल मिलेगा जितना कि मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन करने से होगा।
बस्ती : कोरोना संक्रमण काल में हौंसला न तोड़े। सकारात्मक सोंच के साथ इस महामारी से बचा जा सकता है। इसके लिए चिकित्सकों के बताए परामर्श को अपनाना होगा और दिनचर्या को सुधारना होगा।
जिले में रिकवरी दर बढ़ी है। कोरोना से यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो भी जाए तो उसे घबराना नहीं है। बेहतर देखभाल व उपचार की बदौलत कोरोना की जंग जीता जा सकता है। जरूरी है कि कोविड प्रोटोकाल का ठीक से पालन करें। चिकित्सकों के बताए परामर्श को अपनाएं। प्रतिदिन योगा करें। शरीर की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए विटामिनयुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन अधिक करें। लोग वायरस से डरे नहीं बल्कि इससे लड़े। मन में यह ठान लें कि अब कोरोना को भगाना है। विभिन्न बीमारी से जूझ रहे लोग भी तनिक भी विचलित न हो। नकारात्मकता का भाव त्याग दें। दिनचर्या दुरुस्त करें। भोजन में पौष्टिक आहार वाले खाद्य पदार्थो का सेवन अधिक करें। इससे संक्रमण का खतरा कम रहता है। नियमित हाथ धुलते रहें। मास्क लगाने की आदत नहीं छोड़नी है। जो लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं, उन्हें सोंचना चाहिए और दूसरे के लिए खुद मास्क लगाएं। कोई वस्तु छूने के बाद सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर करें। साबुन से भी हाथ धुलते रहे। कोर्माबिड वाले जैसे ब्लड प्रेशर, शूगर, आदि मरीजों को इस महामारी में अधिक सावधानी बरतें। चिकित्सकों का कहना है कि यदि किन्हीं कारणों से कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो भी जाता है तो आठ दिन में स्वस्थ होकर घर लौट जा रहे हैं। जरूरी नहीं कि वह अस्पताल में जाकर तत्काल भर्ती हो जाए। चिकित्सक से सलाह जरूर लें। चिकित्सकों के अनुसार घर पर ही रहकर कोरोना को हराया जा सकता है। अफवाहों से बचने की जरूरत है।
अपने स्वास्थ्य के प्रति खुद रहें सचेत
नोडल अधिकारी नगरीय डा. एके कुशवाहा ने बताया कि कोरोना महामारी में धैर्य जरूरी है। यथासंभव घर पर रहे। सुरक्षित रहें। कोविड वैक्सीन जरूर लगवाएं। दिन में गलाला सेंधा नमक अथवा हल्दी के साथ करें। भाप भी लेते रहे। स्वास्थ्य खराब होने पर यदि लक्षण दिख रहे हों तो तत्काल कोविड की जांच कराएं। इससे घबराए नहीं। अपने से होम आइसोलेशन की सुविधा न लें। पाजिटिव आए भी तो चिकित्सक से संपर्क करके दवा लें। उनके अनुसार सेवन करें, स्वस्थ हो जाएंगे। बताया कि लक्षण वाले लोग पहले परिवार को, फिर मित्र को और अन्य लोगों को समस्या में डालते हैं,ऐसे में जागरूकता बरतें। हौंसला न खोएं। कोरोना के भय को दूर करने में उत्तम चिकित्सा पद्धति जरूरी है। नियमित हाथ धुलते रहें। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। मास्क जरूर लगाते रहें। जरूरी कार्य न हो तो बाहर कत्तई न निकलें। पात्र हो तो वैक्सीन जरूर लगवाएं। योगा को नियमित दिनचर्या में शामिल करें। नीबू, संतरा, आंवला का अधिक सेवन करें।
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संकट में हैं,तो इन नंबरों पर मांगे मदद
कोरोना महामारी के दौरान यदि कोई व्यक्ति संकट में हैं तो इमरजेंसी नंबरों पर मदद जरूर मांगे। विकास भवन स्थित कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर 24 घंटे सक्रिय है। सेंटर के इस नंबर पर 05542245672 संपर्क कर सकते हैं। सीएमओ आफिस में कंट्रोल रूम सक्रिय है। 05542-287774 पर फोन करके कोरोना से संबंधित शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। कोई संकट में हो तो सहयोग मांग सकते हैं। शहर और गांव में जरूरी स्थलों पर सैनिटाइजेशन के लिए भी इन नंबरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। शहर में नगर पालिका तो गांव में पंचायतीराज विभाग सैनिटाइजेशन कराएगा। इसके अलावा डायल-112, एंबुलेंस के लिए 102, 108 पर तथा सीएमओ से संपर्क एवं शिकायत के लिए 8005192643 पर काल कर सकते हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस से भी 8005192739, मेडिकल कालेज में एल-टू हास्पिटल प्रभारी से 9415038392 पर व जिलाधिकारी से 9454417528 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा कोरोना संकट काल में इन नंबरों पर 05542245672, 05542245699, 7398372931, 7392828423, 7522065967, 8604579857 पर संपर्क कर सकते हैं।
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मकरासन से फेफड़े होंगे स्वस्थ, तनाव से मिलेगी मुक्ति : योग शिक्षक एवं यज्ञ विशेषज्ञ देवव्रत आर्य ने बताया कि नियमित योग के बहुत सारे फायदे हैं। योगासन से सकारात्मकता आती है, साथ ही यह बीमारियों को दूर कर आपको निरोग रखता है। योग का फायदा तभी मिलता है, जब आप इसे सही तरीके से करते हैं। वर्तमान में तनाव का नाता सबसे करीबी हो गया है, इसे दूर करने में सबसे अधिक प्रभावी आसन है मकरासन। इस आसन को आराम देने वाला और थकान दूर करने वाला आसान भी कहा जाता है। यह एक ऐसा आसन है जिसमें आंखे बंद रखकर श्वास लेने की क्रिया की जाती है, जिसके कारण यह शरीर और दिमाग को बिल्कुल शांत रखता है और तनाव, बेचैनी, उलझन, माइग्रेन और मस्तिष्क से जुड़े विकारों को दूर करता है। सिर दर्द से परेशान लोगों के लिए यह आसन दवा का कार्य करता है। स्त्रियों में कमर दर्द की समस्या को दूर करने में भी यह आसन बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए पेट के बल लेट जायें। सिर और कंधों को ऊपर उठाएं और ठोड़ी को हथेलियों पर और कोहनियों को •ामीन पर टिका लें। रीढ़ की हड्डी में अधिक मोड़ लाने के लिए कोहनियों को एक साथ रखें (ध्यान रहे ऐसा करने में दर्द ना हो)। गर्दन पर अतिरिक्त दबाव हो तो कोहनियों को थोड़ा अलग करें। अगर कोहनियां •ा्यादा आगे होंगी तो गर्दन पर अधिक दबाव पड़ेगा, शरीर के करीब होंगी तो पीठ पर अधिक दबाव पड़ेगा। शरीर को शिथिल करें और आंखें बंद कर लें। सांस भरते हुए दाहिने पैर को घुटनों से मोड़ते हुए नितम्ब से स्पर्श करें पुन: सांस छोड़ते हुए पैर को वापस लाएं। यही क्रिया बाएं पैर से भी करें। मन को एकाग्र करके इस क्रिया को दोहराएं। इसे न्यूनतम पांच मिनट से 15 मिनट तक करें। इस आसन का अभ्यास करने से कंधों एवं रीढ़ की की मांसपेशियों में तनाव कम होता है और मांसपेशियां मजबूत और लचीली बनती हैं। मकरासन का अभ्यास करते समय गहरी सांस लेने एवं छोड़ने की प्रक्रिया से अस्थमा की बीमारी ठीक हो जाती है और फेफड़े स्वस्थ होते हैं। प्रतिदिन सही तरीके से मकरासन का अभ्यास करने से स्पॉन्डिलाइटिस की बीमारी से निजात मिलता है। इस आसन को करने से साइटिका और स्लिप डिस्क की समस्या भी दूर हो जाती है। पैर के दर्द को दूर करने में भी यह आसन बहुत सहायक होता है। गंभीर कमर दर्द या पीठ दर्द और गर्दन के रोगी इसे ना करें। मकरासन का अभ्यास करते समय शरीर को सीधे रखें और किसी भी कोण पर घुमाएं नहीं अन्यथा शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस आसन को करते समय शरीर में अधिक तनाव पैदा न करें और शांत दिमाग से मकरासन का अभ्यास करें तभी यह फायदेमंद साबित होगा। अधिक मोटापे और उच्च रक्तचाप वाले लोगों को भी इसके अभ्यास से बचना चाहिए। मंदिरों में जाने से बचें, घर में ही करें पूजा
दुबौलिया ब्लाक के पकड़ी के पं दुर्गा प्रसाद तिवारी ने लोगों से आह्वान किया कि कोरोना संक्रमण काल में पूजा-पाठ में बहुत अधिक सर्तकता बरतने की जरूरी है। बचाव जरूरी हो गया है। यदि संभव हो तो कुछ दिन मंदिरों में जाने से बचें। घर में ही पूजा-पाठ करें। यदि कहीं पूजा-पाठ के लिए जा भी रहे हैं तो बचाव के साथ अर्चन करें। मंदिरों में लोग भीड़ न बढ़ाएं। मंदिर व धार्मिक स्थलों पर यदि जरूरी न हो तो जाने से बचें। घर में मन से पूजा करने पर उतना ही फल मिलेगा जितना कि मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन करने से होगा। श्रद्धाभाव से पूजा पाठ करने से हर जगह फल मिलेगा। लोगों का भी कर्तव्य है कि इस महामारी की लड़ाई में साथ दें और खुद सुरक्षित हो और दूसरे को भी सुरक्षित करें। महामारी रोकने में सबका सहयोग जरूरी है। कोरोना महामारी पर जनजागरूकता से ही फतह मिलेगी। कोशिश करें कि नियमित हवन-पूजन का क्रम चलता रहे। संकट के इस दौर में भरोसा कायम रखें।
जिले में कोविड अस्पताल की स्थिति
- रिक्त बेड की सूचना
- एल-वन अस्पताल सीएचसी मुडेरवा- 40 बेड रिक्त है
- आश्रय स्थल बस्ती - 50 बेड रिक्त है
- आश्रम पद्धति विद्यालय भानपुर -100 बेड रिक्त है
- कैली में आइसीयू बेड 90 बेड, सभी फुल
- कैली में सामान्य बेड 210 (आक्सीजनयुक्त)- 71 भर्ती
- कैली में टोटल 150 मरीज भर्ती, 110 बेड रिक्त है
- कैली में आक्सीजनयुक्त बेड 19 रिक्त है
- कैली में आक्सीजन के 160 सिलेंडर उपलब्ध है जो (शाम पांच बजे तक) तीन घंटे तक चलेगा नोट- आक्सीजन के लिए प्रतिदिन 389 सिलेंडर की डिमांड भेजी जा रही है। मांग के अनुसार आक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि प्रशासन नियमित अंतराल पर वाहन को भेजकर संतकबीरनगर, गोरखपुर व टांडा से सिलेंडर भरवा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था में सीएचसी-पीएचसी और महिला अस्पताल के भी आक्सीजन सिलेंडर कैली में मंगवा लिए गए हैं। बैकअप में 160 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है।