समूह की महिलाओं से मिलीं डीएम,दिया सहयोग का आश्वासन

बैहार गांव में सीता आजीविका महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दोना पत्तल के साथ-साथ चप्पल बनाने का भी कार्य शुरू किया गया है। समूह में 10 महिलाएं सदस्य के रूप में कार्य कर रही हैं। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने समूह की कोषाध्यक्ष के यहां लगी चप्पल बनाने की मशीन का अवलोकन किया। चप्पलों की लागतबिक्री बिजली व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। कहा कि हर गांव की 10 महिलाओं को इससे जोड़ें।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 11:19 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 11:19 PM (IST)
समूह की महिलाओं से मिलीं डीएम,दिया सहयोग का आश्वासन
समूह की महिलाओं से मिलीं डीएम,दिया सहयोग का आश्वासन

बस्ती: विकास क्षेत्र कप्तानगंज के ग्राम पंचायत बैहार में सोमवार को दोपहर बाद जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल पहुंचीं। यहां उन्होंने स्वयं सहायता समूह की कोषाध्यक्ष अमीषा देवी के घर पर पहुंचकर चप्पल बनाने की मशीन,बिक्री के बारे में जानकारी ली। इस उद्योग को विकसित करने के डीएम ने तरीके भी बताए। समूह की महिलाओं का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें सहयोग का आश्वासन भी दिया।

बैहार गांव में सीता आजीविका महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दोना, पत्तल के साथ-साथ चप्पल बनाने का भी कार्य शुरू किया गया है। समूह में 10 महिलाएं सदस्य के रूप में कार्य कर रही हैं। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने समूह की कोषाध्यक्ष के यहां लगी चप्पल बनाने की मशीन का अवलोकन किया। चप्पलों की लागत,बिक्री, बिजली व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। कहा कि हर गांव की 10 महिलाओं को इससे जोड़ें। धीरे-धीरे इस उद्योग से लगभग 100 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। प्रशिक्षु मजिस्ट्रेट तथा प्रभारी बीडीओ कप्तानगंज अतुल आनंद, एडीओ आइएसबी शिवपूजन सिंह, ग्राम प्रधान मीरा चौधरी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलराम चौधरी,किरण देवी, विद्या देवी,पूनम देवी, ज्ञानपता, कलावती देवी, सीतापति, पुष्पा देवी मौजूद रही।

सीआरओ ने सरयू के तटवर्ती गांवों का किया निरीक्षण

जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर मुख्य राजस्व अधिकारी नीता यादव ने आपदा,बाढ़ के दृष्टिगत लोगों को सुरक्षा एवं सुविधा प्रदान करने के लिए सरयू नदी के तटवर्ती गांवों का निरीक्षण किया। उन्होंने तहसील हर्रैया के ग्राम सुबिखा बाबू अराजी डूही धर्मूपुर मुस्तहकम, धर्मुपुर एहतमाली, देवारा गंगबरार में निरीक्षण के दौरान राजस्व, स्वास्थ्य, पशुपालन, कृषि, विद्युत, जल निगम, लोक निर्माण, पंचायत तथा आपदा विशेषज्ञ की संयुक्त टीम के साथ बैठक किया। ग्रामीणों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य रूप से करें।

बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित शरणालय में रहने की व्यवस्था की जाएगी। उप जिलाधिकारी हर्रैया को निर्देश दिया कि तहसील स्तर पर बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना सुनिश्चित करें। संभावित बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राशन, पशुओं के लिए चारा, स्वास्थ्य के लिए औषधियों आदि की समुचित व्यवस्था कराए। बंधे एवं स्पर की निगरानी की जाए। बाढ़ चैकियों को क्रियाशील रखा जाए।

बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए ग्रामप्रधान, आशा, नाविक, गोताखोर आगे आए। आपदा विशेषज्ञ रंजीत रंजन के देख-रेख में बचाव की जानकारी दी गई है। साथ ही संक्षिप्त माकड्रिल भी कराया। एसडीएम हर्रैया सुखवीर सिंह एवं जिला कृषि अधिकारी संजेश श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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