रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का शव, नहीं हो सकी शिनाख्त

प्रशिक्षण देकर हस्तशिल्पियों को रोजगार से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। हस्तशिल्पियों के लिए समर्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। वस्त्र मंत्रालय की ओर से हस्त शिल्पियों के कौशल उन्नयन के लिए संचालित समर्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत प्रासंगिक एवं उपयोगी है। सभी लाभार्थी प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होकर लाभ उठाएं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 11:40 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 11:40 PM (IST)
रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का शव, नहीं हो सकी शिनाख्त
रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का शव, नहीं हो सकी शिनाख्त

बस्ती: शुक्रवार को गौर कस्बे के समीप 22 वर्षीय युवक का शव डाउन रेलवे ट्रैक के बीच बरामद हुआ।

शुक्रवार की शाम गौर रेलवे स्टेशन के पूरब रेलवे ट्रैक के बीच में एक युवक का शव देख वहां भीड़ एकत्र हो गई। किसी ने इसकी जानकारी गौर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। युवक के पास से ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे उसकी पहचान हो सके। उसके शरीर पर नीले रंग की पैंट और आसमानी रंग टीशर्ट था द्य मृतक के सिर में गंभीर चोट के निशान थे। प्रभारी थानाध्यक्ष रामेश्वर यादव ने बताया कि युवक की शिनाख्त के लिए आसपास के थानों से भी संपर्क किया गया है। शव का फोटो थानो पर भेजा गया है। प्रथम दृष्टया मामला ट्रेन से कटकर मौत होने का लग रहा है।

प्रशिक्षण देकर हस्तशिल्पियों को बनाया जाएगा रोजगारपरक

प्रशिक्षण देकर हस्तशिल्पियों को रोजगार से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। हस्तशिल्पियों के लिए समर्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। वस्त्र मंत्रालय की ओर से हस्त शिल्पियों के कौशल उन्नयन के लिए संचालित समर्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत प्रासंगिक एवं उपयोगी है। सभी लाभार्थी प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होकर लाभ उठाएं।

यह बात शहर के गांधीनगर में वस्त्र मंत्रालय द्वारा हस्तशिल्पों के कौशल विकास के लिए संचालित समर्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर वाराणसी से आए हस्तशिल्प संवर्धन अधिकारी विनय कुमार सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आठ जुलाई से 11 सितंबर 2021 तक कुशल प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में चलेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पंजीकृत हस्तशिल्पियों को हस्तशिल्प का कुशल प्रशिक्षण देकर उनके रोजगार को आगे बढ़ाना है। हस्तशिल्पियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ट उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण कुशल मास्टर क्राफ्टपर्सन द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस मौके पर मास्टर क्राफ्टपर्सन नजमा खातून ने भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा हस्तशिल्पियों के विकास के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समाजसेवी देवी प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान मशीनी युग में भी भारतीय हस्तशिल्प की महान प्राचीन परंपरा आज भी अत्यंत प्रासंगिक एवं उपयोगी है। राहुल गुप्ता, परवेज अंसारी, आशा गुप्ता एवं सुमन मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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