आठ आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण अधूरा

2018-19 में बनने थे जिले में 236 आंगनबाड़ी केंद्र भवन - मनरेगा आइसीडीएस व पंचायती राज विभाग के समन्वय से बनना है भवन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 04:22 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 04:22 PM (IST)
आठ आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण अधूरा
आठ आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण अधूरा

जागरण संवाददाता, बस्ती : जिले में निर्माण कार्यो में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। 2018-19 में मनरेगा कन्वर्जेंस के तहत जिले में स्वीकृत 236 आंगनबाड़ी केंद्रों में से आठ का अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका।

दो साल पहले 236 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण को मंजूरी मिली थी। इनमें बहादुरपुर ब्लाक में 15, बनकटी व हर्रैया में 17-17, बस्ती सदर, रामनगर व सल्टौआ गोपालपुर में 19-19, दुबौलिया व कुदरहा में 16-16, गौर में 14, कप्तानगंज में 12, परशुरामपुर, रुधौली, साऊंघाट और विक्रमजोत में 18-18 भवन शामिल थे। इन्हें एक साल में बनकर तैयार होना था, मगर दो साल बाद भी आठ केंद्रों के भवन का निर्माण अभी तक अधूरा है।

शासन ने एक आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए 7.52 लाख रुपये की मंजूरी प्रदान की है। इसमें चार लाख 46 हजार रुपये मनरेगा से खर्च किया जाना है। एक लाख छह हजार रुपये की लागत से पंचायतराज विभाग शौचालय व पेयजल सुविधा मुहैया कराएगा। जबकि, दो लाख रुपये रंगाई-पोताई, वायरिग आदि पर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से खर्च किया जाना है। तीनों विभागों की खींचतान के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन समय से पूरे नहीं हो पाए। बहादुरपुर और रुधौली विकास खंड में दो-दो तो गौर, हर्रैया, कुदरहा और सल्टौआ गोपालपुर ब्लाक में एक एक आंगनबाड़ी भवन का निर्माण अपूर्ण है। उपायुक्त मनरेगा इंद्रपाल सिंह के अनुसार अब महज आठ केंद्रों के भवनों का निर्माण शेष है। जल्द ही इसे पूरा करा लिया जाएगा। वहीं डीपीओ सावित्री देवी ने कहा कि डीएम और सीडीओ के निर्देश के बाद निर्माण कार्य में तेजी आई है।

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