पौधारोपण की सफलता के लिए सामुदायिक सहभागिता जरूरी
प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जाने की जरूरत
बस्ती: मानव समाज ने अपनी जरूरत पूरी करने के लिए पेड़ों को काटना शुरू कर दिया है। इन पेड़ों की लकड़ियों का घरों में उपयोग किया जा रहा है। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए पौधारोपण जरूरी है। सरकार की ओर से हर वर्ष बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जा रहा है, मगर पौधों की देखभाल न होने के कारण अधिकांश पौधे नष्ट हो जा रहे हैं। ऐसे में हरियाली का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। वहीं पेड़ों की वैध और अवैध कटान के कारण भी हरियाली पर ग्रहण लग रहा है। पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से चलाए जाने वाले अभियान को आम आदमी से जोड़ने की जरूरत है।
पौधारोपण में जनसहभागिता जरूरी
अजीत सिंह यादव,पर्यावरण प्रहरी ने बताया कि जीवन में पेड़ों के महत्व को पहचानने की जरूरत है। जिस प्रकार मानव को जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता है उसी प्रकार हमारे पर्यावरण को जीवित रखने के लिए पेड़ पौधों की आवश्यकता है। पर्यावरण है तो जनजीवन है। पौधारोपण अभियान को प्रभावी बनाने के लिए इसमें जनसहभागिता जरूरी है।
रितेश श्रीवास्तव,पर्यावरण पहरी ने बताया कि वनों का सृजन, प्रबंधन, उपयोग एवं संरक्षण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। पौधारोपण के लिए सरकारी प्रयास ही काफी नहीं हैं। इसके लिए हर किसी को जवाबदेह बनना होगा। उन्हें भी सरकार के साथ ही पौधारोपण में रुचि लेना होगा। इसके बाद ही हरियाली का सपना पूरा हो सकेगा।