संजना की निश्शुल्क पाठशाला में सरस्वती की आराधना

12 वर्षो से नर्सरी से जूनियर तक के बचों को पढ़ाने का कर रहीं काम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 11:20 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 11:20 PM (IST)
संजना की निश्शुल्क पाठशाला में सरस्वती की आराधना
संजना की निश्शुल्क पाठशाला में सरस्वती की आराधना

संदीप यादव, बस्ती : शहर के पतेलवा मोहल्ले में निश्शुल्क चल रही पाठशाला में यहीं के रहने वाली संजना सिंह 12 वर्षो से सरस्वती की आराधना कर रही हैं। मकसद है बच्चों का भविष्य संवारना। यहां पढ़ने वाले नर्सरी से 12 वीं तक के बच्चे अपनी कक्षा में बेहतर स्थान ला रहे हैं तो प्रतियोगी परीक्षा में भी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।

बीकाम के बाद मानवाधिकार में परास्नातक करने वाली संजना सिविल की तैयारी कर रही हैं। वह बताती हैं कि पिता संजय प्रताप सिंह से ही इसकी प्रेरणा उन्हें मिली। 2009 में जब इंटर में पढ़ रही थी तो अपने मोहल्ले के बच्चों को निश्शुल्क पढ़ाने की इच्छा जताई। व्यवसाय करने वाले मेरे पिता ने हौसला बढ़ाते हुए आर्थिक सहयोग भी किया और तब से लेकर आज तक मेरे घर के हाल में ही निश्शुल्क पाठशाला चल रही है। गायत्री मंत्र के साथ क्लास शुरू होती है। कोरोना काल में पाठशाला बंद करनी पड़ी। दिसंबर 20 से फिर से शिक्षण कार्य शुरू हुआ। अभी नर्सरी से कक्षा आठ तक के बच्चों की पढ़ाई हो रही है। कोरोना के चलते बच्चों की संख्या कम हो गई। वर्तमान में 30 बच्चे शिक्षा ले रहे हैं, पहले 60 से अधिक थे और 12 वीं तक की क्लास भी चलती थी। बताया कि उनका पढ़ाया हुआ छात्र हिमांशु पांडेय का चयन 2018 में नवोदय विद्यालय कक्षा आठ की प्रवेश परीक्षा में हो चुका है। अंशिका व निशा ने हाईस्कूल में अच्छे अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की। बताती हैं कि समाज के लिए कुछ अलग करना ध्येय है। परिवार में माता-पिता, एक भाई और एक बहन हैं। पतेलवा निवासी मनीष गुप्ता ने बताया कि उनके दो बच्चे प्रियांश व दिव्यांगी संजना सिंह की पाठशाला में दो साल से निश्शुल्क पढ़ते हैं। यहीं की रहने वाली जाहदा खातून ने बताया कि उनके तीन बच्चियां साबरीन, कोहिनूर व इकरा निश्शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।

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