छोटे व सुखी परिवार की बताई गई खूबियां

प्रतिभागियों में आदर्श दंपती ने अपना अनुभव साझा किया। परिवार नियोजन संबंधी जानकारी दी गई। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। सही जवाब देने वाले प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे परिवारों को पुरस्कार दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:30 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:30 PM (IST)
छोटे व सुखी परिवार की बताई गई खूबियां
छोटे व सुखी परिवार की बताई गई खूबियां

बस्ती : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरहा में सास-बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार को किया गया। कार्यक्रम में परिवार नियोजन की जानकारी दी गई। जिला सामग्री प्रबंधक प्रदीप सिंह ने परिवार नियोजन के बारे में बताते हुए छोटे व सुखी परिवार की खूबियां बताई। संचालन बीसीपीएम राघवेंद्रमणि त्रिपाठी ने किया।

सम्मेलन में गुब्बारे के खेल से सीमित व छोटे परिवार के बारे में प्रतिभागियों को समझाया गया। खेल में चार परिवारों ने प्रतिभाग किया। हर परिवार को अलग-अलग संख्या में एक, दो, तीन तथा पांच गुब्बारे वितरित किए गए। खेल के दौरान प्रतिभागियों को मालूम हुआ कि छोटे परिवार के क्या फायदे हैं।

प्रतिभागियों में आदर्श दंपती ने अपना अनुभव साझा किया। परिवार नियोजन संबंधी जानकारी दी गई। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। सही जवाब देने वाले प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे परिवारों को पुरस्कार दिया गया। बेटों द्वारा मुख्य संदेश पढ़ते हुए परिवार नियोजन के साधन अपनाने व सीमित परिवार रखने की शपथ भी ली गई। अध्यक्षता सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. फैज वारिस ने की। उन्होंने मिशन परिवार विकास कार्यक्रम से आच्छादित जनपदों में उपकेंद्र स्तर पर सास-बहू सम्मेलन का आयोजन वर्ष 2017-18 से किया जा रहा है। इस बार इस कार्यक्रम में पुरुष सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए बेटे को भी शामिल किया जा रहा है। इसीलिए इसे इस बार सास-बहू-बेटा सम्मेलन का नाम दिया गया है। डीसीपीएम दुर्गेश मल्ल ने बताया कि हर उपकेंद्र पर हर माह आशा कार्यकर्ता द्वारा हेल्थ प्रमोशन दिवस का आयोजन किया जाता है। इस बार सितंबर और अक्टूबर में होने वाले हेल्थ प्रमोशन दिवस से इस सम्मेलन से लिक कर दिया गया है। यह परिवार नियोजन थीम पर आधारित कार्यक्रम होगा। एक वर्ष के दौरान चिह्नित नवविवाहित दंपती को परिवार नियोजन का परामर्श देने के साथ ही उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए शगुन किट भी उपलब्ध कराया जा रहा है। गायघाट क्षेत्र की एएनएम शीला देवी सहित समस्त आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी व सीएचसी के स्टॉफ कार्यक्रम में मौजूद रहे।

इन लोगों को किया गया आमंत्रित

- विगत एक वर्ष के दौरान नव विवाहित दंपती

- विगत एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती

- ऐसे दंपती जिन्होंने परिवार नियोजन का कोई भी साधन नहीं अपनाया है।

- ऐसे दंपती जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं।

- आदर्श दंपती (ऐसे दंपती जिनके विवाह के दो वर्ष बाद पहला बच्चा हुआ हो, जिनके पहले से दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर हो, या ऐसे दंपती जिन्होंने दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन का स्थायी साधन अपनाया हो।)

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