जांच टीम के सामने ही भिड़ गए दोनों पक्ष

डीएम के निर्देश पर अनियमितता की जांच करने पहुंचे थे अधिकारी - साऊंघाट विकास खंड के पिपरा चंद्रपति गांव की घटना

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 05:49 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 05:49 PM (IST)
जांच टीम के सामने ही भिड़ गए दोनों पक्ष
जांच टीम के सामने ही भिड़ गए दोनों पक्ष

जागरण संवाददाता, बस्ती: साऊंघाट विकास खंड के पिपरा चंद्रपति ग्राम पंचायत में शिकायतों की जांच करने पहुंची टीम के सामने ही प्रधान और शिकायतकर्ता पक्ष के लोग भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी तो किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुरानी बस्ती पुलिस ने दोनों पक्षों के तीन-तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है।

पिपरा चंद्रपति ग्राम पंचायत निवासी दीपक मिश्र व अन्य ने डीएम को शपथ पत्र के साथ शिकायत की थी। उनका आरोप था कि गांव में विकास कार्यो के नाम पर जमकर अनियमितता की गई है। मामले में डीएम ने सहायक निदेशक बचत और निर्माण खंड के जेई की संयुक्त टीम गठित कर जांच करने का आदेश दिया था। उसी क्रम में गुरुवार को जांच टीम गांव में पहुंची। टीम ने जैसे ही 400 मीटर इंटरलाकिग रोड की जांच शुरू की दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। शिकायतकर्ताओं ने अधिकारियों से कहा कि 400 मीटर इंटरलाकिग सड़क में से 200 मीटर सांसद ने बनवाया है। उसे भी प्रधान ने अपने कार्य में शामिल सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया है। इसी बात को लेकर प्रधान सुभाष चंद्र मिश्र का पक्ष नाराज हो गया। मामला बढ़ा तो दोनों पक्ष के बीच मारपीट होने लगी। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह, महिला एसआइ मीरा चौहान आदि ने दोनों पक्षों के छह लोगों को हिरासत में लेकर थाने आ गए। शिकायतकर्ता दीपक मिश्रा का कहना है कि पहले तो प्रधान ने जांच में अड़ंगा डाला, डीएम के दोबारा आदेश पर जब टीम जांच करने पहुंची तो जांच पूरी न हो इसके लिए मारपीट शुरू कर दी। बताया कि इसके पूर्व भी एक बार अनियमितता की जांच हुई थी। जिसमें ग्राम विकास अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया था।

chat bot
आपका साथी