हवन-पूजन के साथ हुआ भागवत कथा का समापन

नरायनपुर तिवारी गांव में चल रही नौ दिवसीय श्रीमछ्वागवत कथा का शनिवार को हवन-पूजन व भंडारे के साथ समापन हुआ। भजन संध्या में सजाई गई झांकी आकर्षण का केंद्र रही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Nov 2019 10:43 PM (IST) Updated:Sun, 10 Nov 2019 10:43 PM (IST)
हवन-पूजन के साथ हुआ भागवत कथा का समापन
हवन-पूजन के साथ हुआ भागवत कथा का समापन

बस्ती: नरायनपुर तिवारी गांव में चल रही नौ दिवसीय श्रीमछ्वागवत कथा का शनिवार को हवन-पूजन व भंडारे के साथ समापन हुआ। भजन संध्या में सजाई गई झांकी आकर्षण का केंद्र रही।

यज्ञाचार्य चंद्र प्रकाश पांडेय ने कहा कि यज्ञ पर्यावरण संरक्षण में सहायक हैं। हवन में डाली गई आहुतियों के जलने से निकला धुंआ वातावरण में मौजूद वायरस को समाप्त पर्यावरण को स्वच्छ बनाता है। भजन गायकों ने भजन संध्या में अपने गीतों से भक्ति की गंगा बहाई। यजमान इंद्रावती देवी, इं.वीके मिश्र व इं. दिनेश तिवारी ने मां दुर्गा की झांकी की आरती उतारी। इस दौरान विधायक अजय सिंह, ब्लाक प्रमुख योगेंद्र सिंह, मनीष चौबे, ओमप्रकाश ओझा, पंकज सिंह, प्रमोद सिंह, अनिल तिवारी, संजय पांडेय, डा.अरविद मिश्र, हरेंद्र तिवारी उपस्थित रहे। नरियांव में भव्य कलश यात्रा के साथ नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। पीतांबर वस्त्रधारी कन्याएं कलश लेकर कथा स्थल से देवरिया शिव मंदिर पहुंची। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भरा गया। उसके बाद कलश यात्रा वापस कथा स्थल पहुंची। कथा के क्रम में आचार्य महेंद्र दास सरस्वती ने कहा कि भागवत कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। कथा का रसपान करने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है।

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