संयमित रहें,सकारात्मक सोचें, थमेगी कोरोना की दूसरी लहर, लौट आएगी मुस्कान

संक्रमित कत्तई न घबराएं चिकित्सकों के परामर्श पर अमल जरूरीकोरोना संक्रमण की रोकथाम में बचाव ही है कारगर हथियार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 11:32 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 11:32 PM (IST)
संयमित रहें,सकारात्मक सोचें, थमेगी कोरोना की दूसरी लहर, लौट आएगी मुस्कान
संयमित रहें,सकारात्मक सोचें, थमेगी कोरोना की दूसरी लहर, लौट आएगी मुस्कान

जागरण संवाददाता, बस्ती : संयमित होकर कोरोना की दूसरी लहर पर ब्रेक लगा सकते हैं। इससे वायरस का प्रभाव कम हो जाएगा और जनसमुदाय के चेहरे पर मुस्कान लौट आएगी। कोरोना संक्रमण की रोकथाम में बचाव ही कारगर हथियार है। फैलाव पर अंकुश लगाने के लिए खुद के साथ दूसरे को जागरूक करें। सकारात्मक बनें और दूसरों को बचाव के उपायों पर अमल करने को प्रेरित करें।

चिकित्सकों के बताए परामर्श को अपनाना होगा और दिनचर्या में सुधार लानी होगी। कोरोना संक्रमितों की संख्या जिले में कम हो रही है, रिकवरी दर बढ़ी है, फिर भी सर्तकता जरूरी है, ताकि जिले से कोरोना को जल्द भगाया जा सके। कोविड प्रोटोकाल का ठीक से पालन करें। प्रतिदिन योग करें। शरीर की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए विटामिनयुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन अधिक करें। मन में यह ठान लें कि कोरोना को हराना है तो जंग जीत जाएंगे। कोर्माबिड वाले जैसे ब्लड प्रेशर, शुगर आदि मरीजों को इस महामारी में अधिक सावधानी बरतें। चिकित्सकों का कहना है कि यदि किन्हीं कारणों से कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो भी जाता है तो आठ दिन में स्वस्थ होकर घर लौट जा रहे हैं। जरूरी नहीं कि वह अस्पताल में जाकर तत्काल भर्ती हो जाए। चिकित्सक से सलाह जरूर लें। चिकित्सकों के अनुसार घर पर ही रहकर कोरोना को हराया जा सकता है। बेहतर देखभाल व सजगता से ही मिलेगी निजात

जिला अस्पताल के चिकित्सक डा. सरफराज खान ने बताया कि कोरोना महामारी से निजात पाने को खुद जागरूक हों। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। बेहतर देखभाल व हौसलों से कोरोना को हराया जा सकता है। घर में रहें, सुरक्षित रहें। पात्र व्यक्ति कोविड वैक्सीन लगवाएं। दिन में गलाला सेंधा नमक अथवा हल्दी के साथ करें। भाप भी लेते रहे। स्वास्थ्य खराब होने पर यदि लक्षण दिख रहे हों तो तत्काल कोविड की जांच कराएं। इससे घबराए नहीं। पाजिटिव आए भी तो चिकित्सक से संपर्क करके दवा का सेवन करें। स्वस्थ हो जाएंगे। लक्षण वाले लोग पहले परिवार को, फिर अन्य मिलने-जुलने वाले को संक्रमित कर सकते हैं, ऐसे में समस्या हो तत्काल लोगों से दूरी बना लें। नियमित हाथ धुलते रहें। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। मास्क जरूर लगाते रहें। जरूरी कार्य न हो तो बाहर कत्तई न निकलें। योग को नियमित दिनचर्या में शामिल करें। नीबू, संतरा, आंवला का अधिक सेवन अधिक करें। हरी सब्जी का प्रयोग करें। छोटे बच्चे को इधर-उधर न घूमाएं।

-- योगासन व प्राणायाम से बढ़ाएं इम्युनिटी :

योग शिक्षिका ममता देवी ने बताया कि इस वैश्विक महामारी के दौर में योगासन प्राणायाम और प्राकृतिक चिकित्सा अपनाकर गरीब से गरीब व्यक्ति भी अस्पताल जाने से बच सकते हैं। इस समय हमें घर पर रहकर ही अपनी चिकित्सा करके सरकार की मदद कर सकते हैं बहुत जरूरी होने पर ही अस्पताल जाएं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए आसान से यौगिक क्रियाओं के अभ्यास से आप पूर्णत: स्वस्थ रहते हुए दूसरों की सहायता कर सकते हैं। इसके लिए पद्मासन सिद्धासन, सुखासन अथवा वज्रासन में बैठकर दोनों नाक के छिद्र से सांस भरते हैं और ओम ध्वनि का लंबा उच्चारण करते हैं। इसको करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। फेफड़ों को मजबूत करने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम के द्वारा दोनों नाक के छिद्र से शुद्ध वायु को फेफड़ों में ले जाते हैं तथा उससे ज्यादा समय में बाहर करते हैं। बार -बार करने से प्रतिरोधक क्षमता अधिक बढ़ जाती है कोरोना काल में भस्त्रिका कपालभाति अनुलोम-विलोम स्वस्थ रहने के लिए करना अतिआवश्यक है। इसके पश्चात ध्यानात्मक आसन में बैठकर दोनों भृकुटि के मध्य में मन को केंद्रित कर ईश्वर की दया व कृपा का अनुभव करते हुए महसूस करना चाहिए कि योगासन व प्राणायाम से मैं भीतर से सबल बन रहा हूं। हमारे शरीर से रोग व रोग के कारण दूर हो चुके हैं। शरीर शुद्ध व मन पूर्णत: पवित्र हो गया है। ईश्वर भीतर से ही हमें ऊर्जावान, बलवान और दयावान बना रहे हैं। इस प्रकार 10 मिनट से लेकर 30 मिनट तक ध्यान किया जा सकता है। इससे मानसिक तनाव, अवसाद समाप्त हो जाता है। इसके साथ साथ में गिलोय, तुलसी, अश्वगंधा का पत्ता, काली मिर्च, लौंग, अजवाइन, दालचीनी पीसकर काढ़ा बनाया जाए। जब एक गिलास में आधा गिलास पानी शेष रह जाए तो पीने के बाद प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। ध्यान रखें कि कोई भी योगासन व प्राणायाम अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही करें।

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मंदिरों में जाने से बचें, घर में ही करें पूजा

बेमहरी के पं राजनारायन तिवारी ने लोगों से आह्वान किया कि कोरोना संक्रमण काल में पूजा-पाठ में बहुत अधिक सर्तकता बरतने की जरूरी है। मंदिरों में जाने से बचें। घर में ही पूजा-पाठ करें। यदि कहीं पूजा-पाठ के लिए जा भी रहे हैं तो बचाव के साथ अर्चन करें। मंदिरों में लोग भीड़ न बढ़ाएं। घर में मन से पूजा करने पर उतना ही फल मिलेगा जितना कि मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन करने से होगा। श्रद्धाभाव से पूजा पाठ करने से हर जगह फल मिलेगा। लोगों का भी कर्तव्य है कि इस महामारी की लड़ाई में साथ दें और खुद सुरक्षित हो और दूसरे को भी सुरक्षित करें। महामारी रोकने में सबका सहयोग जरूरी है। कोरोना महामारी पर जनजागरूकता से ही फतह मिलेगी। कोशिश करें कि नियमित हवन-पूजन का क्रम चलता रहे। संकट के इस दौर में धैर्य व हौंसला बनाए रखें। संकट में हैं तो इन नंबरों पर मांगें मदद कोरोना महामारी के दौरान यदि कोई व्यक्ति संकट में हैं तो इमरजेंसी नंबरों पर मदद जरूर मांगें। विकास भवन स्थित कोविड-19 कमांड एवं कंट्रोल सेंटर 24 घंटे सक्रिय है। सेंटर के इस नंबर पर 05542245672 संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा सीएमओ आफिस में कंट्रोल रूम सक्रिय है। 05542-287774 पर फोन करके कोरोना से संबंधित शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। कोई संकट में हो तो सहयोग मांग सकते हैं। शहर और गांव में जरूरी स्थलों पर सैनिटाइजेशन के लिए भी इन नंबरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। शहर में नगर पालिका तो गांव में पंचायतीराज विभाग सैनिटाइजेशन कराएगा। इसके अलावा डायल-112, एंबुलेंस के लिए 102, 108 पर तथा सीएमओ से संपर्क एवं शिकायत के लिए 8005192643 पर काल कर सकते हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस से भी 8005192739, मेडिकल कालेज में एल-टू हास्पिटल प्रभारी से 9415038392 पर व जिलाधिकारी से 9454417528 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा कोरोना संकट काल में इन नंबरों पर 05542245672, 05542245699, 7398372931, 7392828423, 7522065967, 8604579857 पर संपर्क कर सकते हैं।

जिले में कोविड अस्पताल की स्थिति

- रिक्त बेड की सूचना

- एल-वन अस्पताल सीएचसी मुडेरवा- 40 बेड रिक्त है

- आश्रय स्थल बस्ती - 50 बेड रिक्त है

- आश्रम पद्धति विद्यालय भानपुर -100 बेड रिक्त है

- कैली में आइसीयू बेड 90 बेड, सभी फुल

- कैली में सामान्य बेड 210 (आक्सीजनयुक्त)- 81 भर्ती

- कैली में टोटल 129 मरीज भर्ती, 131 बेड रिक्त है

- कैली में आक्सीजनयुक्त बेड 81 रिक्त है

- कैली में आक्सीजन के 360 सिलेंडर उपलब्ध है

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