बस्ती निवासी मजदूर की ऐशबाग रेलवे स्टेशन पर मौत
बहुचर्चित सत्यलोक आश्रम के गिरफ्तार कथित बाबा स्वामी सच्चिदानंद उर्फ दयानंद के मामले में शुक्रवार को उस समय नया मोड़ आ गया जब आश्रम की तीन साध्वियां एसपी से मिलने पहुंचीं। उनकी अनुपस्थिति में वे एएसपी से मिलीं और उन्हें प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगार्इं।
बस्ती: रोजी-रोटी के लिए झांसी जा रहे मजदूर की लखनऊ ऐशबाग स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर घटना की जानकारी स्वजन को दी। वाल्टरगंज कस्बा निवासी 40 वर्षीय विनोद सोनी पुत्र स्व. परमात्मा प्रसाद सोनी अपने कुछ साथियों के साथ गुरुवार की शाम बस्ती से कुशीनगर एक्सप्रेस से झांसी जा रहे थे। ट्रेन देर रात लखनऊ के ऐशबाग स्टेशन पर पहुंचकर रुकी तो वह पानी लेने के लिए स्टेशन पर उतर गया। इसी बीच ट्रेन चल पड़ी। पानी की बोतल लेकर वह ट्रेन पर चढ़ने के लिए दौड़ा पर बोगी में चढ़ने के दौरान वह फिसल कर ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही विनोद की पत्नी शालू व पुत्र ओमजी, पुत्री रूबी व भाई रामू सोनी का रो-रो कर बुरा हाल है।
अपर पुलिस अधीक्षक से मिल लगाई न्याय की गुहार
बहुचर्चित सत्यलोक आश्रम के गिरफ्तार कथित बाबा स्वामी सच्चिदानंद उर्फ दयानंद के मामले में शुक्रवार को उस समय नया मोड़ आ गया, जब आश्रम की तीन साध्वियां एसपी से मिलने पहुंचीं। उनकी अनुपस्थिति में वे एएसपी से मिलीं और उन्हें प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगार्इं। उनमें से एक महिला का कहना था कि उसके भाई ने आश्रम की संपत्ति हड़पने के लिए उसके गुरुदेव यानी सच्चिदानंद के खिलाफ साजिश किया। खुद को लालगंज थाने के सेल्हरा गांव निवासी बता रही उस महिला ने एएसपी को प्रार्थनापत्र भी दिया, जिसमें कहा गया है कि उसके भाई ने लालगंज थाने में उसी का अपहरण करके हत्या कराने का मुकदमा दर्ज कराया था। एएसपी दीपेंद्रनाथ चौधरी का कहना है कि प्रार्थनापत्र की जांच की जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।