ठगा महसूस कर रहे 10 रुपये का टिकट लेकर वन विहार आने वाले लोग
मनोरंजन की दृष्टि से बने मछली घर में लटक रहा है ताला
जागरण संवाददाता, बस्ती: मनोरंजन के लिए बनाया गया संत रविदास वन विहार उपेक्षा का शिकार है। दस रुपये का टिकट लेकर पहुंचने वाले लोग पार्क की बदहाली देखकर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। पार्क में बनी कलाकृतियां टूट गई हैं। बैठने के लिए सीमेंट की बनी कुर्सियां और प्लेटफार्म बदहाल हैं। जिम्मेदारों की उपेक्षा के चलते वन विहार रमणीयता खोता जा रहा है।
पार्क में बैठने के लिए बनाए गए छाजन के नीचे झाड़-झंखाड़ उग आए हैं। मनोरंजन की दृष्टि से बनाए गए मछलीघर में ताला लटक रहा है। आसपास झाड़ियां उग आई हैं। पेड़ों की टहनियां बढ़ने से पत्तियां उसके आवरण को ढक रही हैं। क्यारियों में लगे फूल सूख गए हैं। वन विहार की मुख्य सड़क से लेकर अंदर तक की सड़क पर जमी काई से हादसे हो रहे हैं। आए दिन इस पर गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। पेयजल के लिए लगे हैंडपंप के पास फैली गंदगी स्वच्छता को चिढ़ा रही है। विभाग इसके रखरखाव व सौंदर्यीकरण पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शहर की भागमभाग जिदगी से निकल कर कुछ पल प्रकृति की गोद में बिताने का यह कभी सबसे महत्वपूर्ण स्थल हुआ करता था। अब यह वन विहार आगंतुकों के लिए तरस रहा है।
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ऐसे पूरी की जाती है यहां ड्यूटी वन विहार में रखरखाव के लिए गार्डों की ड्यूटी लगाई गई है। सोमवार को वन विहार में एक गार्ड ड्यूटी के नाम पर ठाठ से कुर्सी मेज लगाकर सो रहा था। वह इस कदर बेसुध खर्राटे ले रहा था कि आवाज देने पर भी उसकी निद्रा नहीं टूटी।