परीक्षा में योग्यता परखने की अधूरी हसरत लेकर लौटे अभ्यर्थी

शिक्षक पात्रता परीक्षा स्थगित होने का मामला बनाए गए थे 37 केंद्र स्टेटिक मजिस्ट्रेट व पर्यवेक्षकों की हुई थी तैनाती

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 10:40 PM (IST)
परीक्षा में योग्यता परखने की अधूरी हसरत लेकर लौटे अभ्यर्थी
परीक्षा में योग्यता परखने की अधूरी हसरत लेकर लौटे अभ्यर्थी

जागरण संवाददाता, बस्ती : सालभर की तैयारी के बाद भी रविवार को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में योग्यता परखने की अभ्यर्थियों की हसरत अधूरी रह गई। बुझे मन से वो परीक्षा कक्ष से बाहर निकले तो खुद की किस्मत के साथ व्यवस्था को भी कोसते नजर आए। अभ्यर्थियों का कहना था कि लंबे समय के बाद दक्षता परीक्षा में योग्यता जांचने का अवसर मिला था लेकिन पेपर आउट होने से उनकी पूरी तैयारी धरी रह गई।

रविवार को टीईटी के लिए जिले में 37 स्कूलों को केंद्र बनाया गया था। प्राथमिक और जूनियर स्तर की होने वाली टीईटी में 30 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को हिस्सा लेना था। केंद्र सुचितापूर्ण, नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए तैयार थे। प्रशासन ने भी सुरक्षा से लेकर अन्य जरूरी इंतजाम किए थे। सीसीटीवी की निगहबानी में होने वाली इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी समय से परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे। पेपर बंट गए थे, अभ्यर्थी पेपर भी हल करने लगे थे। इस बीच पेपर स्थगित करने के आए संदेश ने उनका उत्साह ठंडा कर दिया। प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट छोड़कर अभ्यर्थी बुझे मन से बाहर निकल गए।

यह परीक्षा दो पालियों में होनी थी। पहली पाली की परीक्षा सुबह दस बजे से दोपहर 12.30 बजे तक होनी थी। अभ्यर्थी केंद्रों पर सुबह आठ बजे से ही पहुंचने लगे थे। नौ बजे के बाद वे गेट के अंदर उत्साहित होकर प्रवेश किए। उन्हें पेपर दिया गया। मगर थोड़ी देर बाद पता चला कि पेपर आउट होने से परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में परीक्षार्थी मायूस हो गए। केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों की भीड़ जमा गई। इनके आक्रोश को देखते हुए पुलिस सक्रिय हो गई। केंद्र के बाहर से लेकर बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे। अभ्यर्थियों को इस बात का काफी मलाल था कि पेपर काफी अच्छा बनाया गया था। विषय वस्तु से कोई भी सवाल इतर नहीं थे। अधिकतर सवालों के जवाब उन्हें मालूम थे, ऐसे में इस बार सफल होना तय था।

- हंस राज लाल इंटर कालेज में टीईटी देने आए गोरखपुर के बांस गांव निवासी सुनील कुमार ने कहा कि जिस तरह से वह परीक्षा की तैयारी किए थे उसी अनुसार पेपर आया था। अधिकतर प्रश्न हल कर चुके थे। तभी पता चला कि पेपर ही आउट हो गया है। यह सुनकर काफी निराशा हुई।

-- परीक्षा देने पहुंची कप्तानगंज की कांति ने कहा कि पहली बार वह शिक्षक पात्रता परीक्षा देने आई थी। तैयारी अच्छी थी इसलिए सफल होने का पूरा भरोसा था। पेपर स्थगित होने की सूचना से मन काफी दुखी है।

-- परीक्षा देने आई नकटीदेई की नैंसी गुप्ता ने बताया कि इस परीक्षा के लिए पूरे मनयोग से तैयारी की थी। मगर स्थगित होने से निराश होना पड़ा। उम्मीद थी इस साल नौकरी मिल जाएगी लेकिन इसके आसार अब नहीं दिखाई दे रहे हैं। टीईटी देने आई वंदना मिश्रा ने बताया कि पेपर आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बार का पेपर बहुत सरल आया था। जिसे हल करने में काफी आसानी हो रही थी।

-- परीक्षा देने आई खुशबू चौधरी ने कहा कि दो विषय के प्रश्नों का उत्तर वो हल कर चुकी थी। इसी बीच पेपर स्थगित होने की सूचना से मन टूट गया। इतनी सुरक्षा के बीच भी पेपर आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण है। पेपर आउट करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई

पवन पटेल, महेंद्र, निरजा ओझा, अनुपम, यशोदा, राहुल चौधरी ने कहा कि पेपर आउट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। अभ्यर्थी कड़ी मेहनत करके दिन रात परीक्षा की तैयारी करते हैं। पेपर आउट होने से परीक्षा स्थगित कर दी गई। इससे युवाओं के मन और मस्तिष्क पर गलत प्रभाव पड़ता है। अब परीक्षा के लिए फिर से इंतजार करना पड़ेगा।

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