खेतों में जलभराव से 50 एकड़ धान की फसल प्रभावित
हरैया तहसील क्षेत्र के कुर्दा ग्राम पंचायत का मामला सड़क ऊंची होने से नहीं हो पा रहा जल निकासी
जागरण संवाददाता,दुबौला, बस्ती : पांच साल से एक गांव के तीन दर्जन किसान जलजमाव की समस्या से परेशान हैं। सड़क ऊंची बन गई है। जलनिकासी के लिए साइफन लगाने की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन किसानों की आवाज दब जा रही है। नतीजतन बारिश का पानी लंबे समय तक खेतों में जमा होने के चलते फसल बर्बाद होने के कगार पर है।
पूरा मामला हरैया तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुर्दा से जुड़ा है। इस गांव के बाहर से पांच साल पूर्व पक्की रोड का निर्माण हुआ। जो जिलेबीगंज बाजार तक जाती है। जब तक रोड नहीं बना था तो बारिश का पानी सड़क पार कर खेतों के रास्ते नदी तक चला जाता था। सड़क बनी तो पानी का बहाव अवरुद्ध हो गया। इससे गांव के करीब तीन दर्जन किसानों की 50 एकड़ धान की फसल प्रभावित है। किसान पानी में घुसकर धान की फसल को बचाने में जुटे हैं। सड़क बनाने के दौरान कार्यदायी संस्था ने भी साइफन लगाने की जहमत नहीं उठाई। अब आलम यह है कि अपनी मेहनत की कमाई लगाकर फसल तैयार करने वाले किसानों के सामने उसे बचाने के लिए संकट खड़ा हो गया है। नाराज किसान अब जलजमाव की इस समस्या को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। इनसेट
किसानों की सुनिए: किसान लालता ने कहा कि थाना, तहसील से लेकर जनपद मुख्यालय तक गुहार लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिया बन जाय या फिर साइफन लगा दिया जाय तो फसलों को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है। सुनील यादव ने कहा कि हर वर्ष फसल का नुकसान होता है। तीन दर्जन किसानों का नुकसान हो रहा है। किसान राम नरेश ने बताया कि करीब 50 एकड़ फसल प्रभावित है। पानी में घुसकर फसल को बचाने की कोशिश कर की जा रही है। किसान मजीद ने बताया कि पानी निकासी का प्रबंध नहीं होने से समस्या हो रही है, जिम्मेदार सिर्फ आश्वासन ही देते हैं।