जरूरतमंदों के लिए वरदान है आयुष्मान भारत योजना
कार्यक्रम के नोडल अफसर डा. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि जिन लोगों के पास अन्त्योदय कार्ड है तथा उनका नाम आयुष्मान की सूची में नहीं है उनका भी अब आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। पोर्टल पर अब यह सुविधा उपलब्ध हो गई है। लोग अपने अंत्योदय कार्ड व आधार कार्ड के साथ करीबी जनसेवा केंद्र पर जाकर निश्शुल्क कार्ड बनवा सकते हैं।
बस्ती : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तीन वर्ष पूरा होने पर एएनएम प्रशिक्षण केंद्र बस्ती में गुरुवार को संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। योजना में अच्छा काम करने वाले पंजीकृत अस्पतालों के संचालक सम्मानित किए गए। प्रभारी सीएमओ डा. फखरेयार हुसैन ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना जरूरतमंदों के लिए वरदान है।
बताया कि जिले में 1.66 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड आवंटित हो चुका है। समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर व गांव-गांव कैंप आयोजित कर कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिले में 1.59 लाख परिवारों का नाम लाभार्थियों की सूची में शामिल है। सात लाख से ज्यादा लोगों के कार्ड बनाए जाने हैं। ग्राम प्रधान, आशा कार्यकर्ता व अन्य जागरूक लोग आगे आकर सूची में शामिल लोगों को चिह्नित कर उनका कार्ड बनवाएं, जिससे वह समय पर योजना का लाभ उठा सकें।
नोडल अफसर डा. सीएल कन्नौजिया ने कहा कि तीन साल में जिले में लगभग नौ करोड़ रुपये का इलाज कराया जा चुका है। अस्पतालों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारा प्रयास है कि 70 फीसद लाभार्थी परिवार में कम से कम एक व्यक्ति के पास आयुष्मान कार्ड जरूर हो। अजय प्रकाश मिश्रा, डा. राकेशमणि त्रिपाठी, डा. एके कुशवाहा, डा. विमल, डा. राजेश पांडेय, राकेश पांडेय, महेंद्र कुमार गुप्ता, प्रवीण देव, राहुल राव, राजेश, कमल, डा. माधुरी सिंह, डा. शैलजा सिंह, वीके अय्यर आदि रहे। ये अस्पताल हुए सम्मानित
ओपेक अस्पताल कैली, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साऊंघाट, नवयुग मेडिकल सेंटर, संतकबीर आई हास्पिटल, नवज्योति आई हास्पिटल, जेजे हास्पिटल, तथास्तु हास्पिटल, श्रीकृष्णा मिशन हास्पिटल को सम्मान मिला। पैर से चलने से थे लाचार, आयुष्मान बनी सहारा
महसो निवासी रामवृक्ष का कहना था कि उसके दोनों पैर बेकार हो गए थे। पीएमसी हास्पिटल में दिखाया तो चिकित्सक ने बताया कि दोनों घुटनों का आपरेशन होगा। 1.60 लाख खर्च आएगा। इतना वह खर्चा नहीं उठा सकते थे। अस्पताल को आयुष्मान कार्ड दिखाया तो निश्शुल्क इलाज हुआ। सल्टौआ ब्लाक के सिसवा बरूआर निवासी वीरेंद्र कुमार ने कहा उसके 12 साल के बेटे अंश यादव के दिल में सुराख है। उसके पास दो बीघा जमीन व आठ लोगों का परिवार है। अब उसने बेटे का आयुष्मान कार्ड बनवा लिया है। जल्द ही बड़े शहर में जाकर आपरेशन करा सकेगा। वहां मौजूद दुर्गावती देवी, मो. आरिफ, मो. अशफाक, सुभांशी कसौधन, विशष चंद का कहना था कि उन्हें इलाज कराना है। कार्ड बन गया है, अब निश्शुल्क इलाज हो सकेगा। अंत्योदय कार्डधारक भी बनेंगे लाभार्थी
कार्यक्रम के नोडल अफसर डा. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि जिन लोगों के पास अन्त्योदय कार्ड है तथा उनका नाम आयुष्मान की सूची में नहीं है, उनका भी अब आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। पोर्टल पर अब यह सुविधा उपलब्ध हो गई है। लोग अपने अंत्योदय कार्ड व आधार कार्ड के साथ करीबी जनसेवा केंद्र पर जाकर निश्शुल्क कार्ड बनवा सकते हैं।