पांच ट्रेनों में 170 यात्रियों की कोविड जांच, एक मिला पाजिटिव

सुबह पांच बजे से शाम सात बजे तक स्टेशन पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड जांच की। पहले संदिग्ध यात्रियों की थर्मल जांच की गई तापमान अधिक मिलने वाले यात्रियों की कोविड जांच की जा रही थी। हर दिन जिले में करीब चार से पांच हजार यात्री लौट रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 11:21 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 11:21 PM (IST)
पांच ट्रेनों में 170 यात्रियों की कोविड जांच, एक मिला पाजिटिव
पांच ट्रेनों में 170 यात्रियों की कोविड जांच, एक मिला पाजिटिव

बस्ती : मुंबई-दिल्ली समेत अन्य राज्यों पर फैले कोरोना वायरस के बाद वहां लागू की गई पाबंदियों के चलते प्रवासी कामगार तेजी से अपने गांव की ओर लौट रहे हैं। मंगलवार को भी प्रवासी कामगारों के आने का सिलसिला जारी रहा। 15 ट्रेनों से उतरे यात्रियों में से 170 यात्रियों की कोविड जांच हुई, जिसमें एक पाजिटिव पाए गए।

सुबह पांच बजे से शाम सात बजे तक स्टेशन पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड जांच की। पहले संदिग्ध यात्रियों की थर्मल जांच की गई, तापमान अधिक मिलने वाले यात्रियों की कोविड जांच की जा रही थी। हर दिन जिले में करीब चार से पांच हजार यात्री लौट रहे हैं। हालांकि इसमें से अधिकतर यात्र बिना जांच के ही घर चले जा रहे हैं। नोडल अधिकारी नगरीय डा. एके कुशवाहा के नेतृत्व में सीनियर एलटी आनंद प्रकाश श्रीवास्तव की देखरेख में एलटी आरजी गुप्ता मय टीम जांच किए। सुरक्षा व्यवस्था में आरपीएफ और जीआरपी मुस्तैद रही। आरपीएफ निरीक्षक नरेंद्र यादव ने कहा कि सभी यात्रियों पर नजर बनी हुई है। पाजिटिव पाए गए व्यक्ति को आश्रय स्थल भेजा गया है,जो सिद्धार्थ नगर जिले का निवासी है।

शार्ट सर्किट से लगी आग, तीन रिहायशी छप्पर राख

लालगंज थाना क्षेत्र के बरतनिया गांव में रविवार की देर रात शार्ट सर्किट से लगी में तीन छप्पर जल कर राख हो गए। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। आग लगने से घर में रखा नकदी समेत सारा सामान जल गया।

बरतनिया गांव के रामचंदर का परिवार रात में उमस भरी गर्मी के कारण से घर से बाहर सो रहा था। एलटी लाईन के स्पार्क करने से अचानक उनके रिहायशी छप्पर में आग लग गई। जब तक परिवार के लोग कुछ समझ पाते आग पड़ोसी अंभल व पुष्पा के भी छप्पर तक पहुंच गई। तीनो रिहायशी छप्पर धू-धू कर जलने लगे। आग की लपटों को देख गांव के लोग एकत्र होकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। जब तक विद्युत आपूर्ति बंद करा कर आग पर काबू पाया जाता तब तक रामचंदर, अंभल व पुष्पा का रिहायशी छप्पर जल कर राख हो चुका था। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 220 वोल्ट की विद्युत आपूर्ति करने लिए लगाई गयी पीवीसी केबिल कई बार टूट कर गिर चुकी है। ज्वाइंटों पर स्पार्क भी होता है। कई बार देईसाड़ उपकेंद्र के जेई से लिखित शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पूर्व प्रधान मंजू देवी ने क्षेत्रीय लेखपाल को घटना की जानकारी देकर मदद की मांग की।

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