बरेली में कोरोना ने छीनी युवक की नौकरी तो कर ली खुदकुशी
पिता की मौत के बाद पढ़ने-लिखने की उम्र में बेटे ने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। काफी प्रयास के बाद एक नमकीन फैक्ट्री में नौकरी तो मिली लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में वह छिन गई। इससे वह बेरोजगारी का दंश झेल नहीं पाया और फंदे से लटककर जान दे दी।
बरेली, जेएनएन: पिता की मौत के बाद पढ़ने-लिखने की उम्र में बेटे ने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। काफी प्रयास के बाद एक नमकीन फैक्ट्री में नौकरी तो मिली, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में वह छिन गई। इससे वह बेरोजगारी का दंश झेल नहीं पाया और फंदे से लटककर जान दे दी। इससे स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है।
मामला बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा का है। डेढ़ साल पहले पिता लालता प्रसाद की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी 20 वर्षीय अमन मौर्या के कंधों पर आ गई। अमन के चाचा सुनील ने बताया कि पिता की मौत के बाद अमन चक महमूद स्थित नमकीन फैक्ट्री में काम करने लगा। कोरोना काल में फैक्ट्री बंद हुई तो उसका रोजगार छिन गया। इसके बाद वह गुमशुम रहने लगा। रविवार शाम अमन की मां ओमवती, उसकी दोनों बहनें अंतिका, सोनम व छोटा भाई नितिन बाहर गए थे। इसके बाद अमन ने चचेरे भाई सुनील व विशाल को घर बुलाया। दोनों पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने के बाद दरवाजा न खुला तो फोन किया। फोन न उठने पर पड़ोस की छत से कूदकर कर देखा तो उसका शव रस्सी के सहारे फंदे से लटका हुआ था।
..धूमधाम से करूंगा बहनों की शादी
पति की मौत के बाद अमन की मां परेशान रहती थी। बेटियों की शादी की चिंता रहती थी। इस पर अमन मां को भरोसा दिलाता कि परेशान न हों। धूमधाम से बहनों की शादी करेंगे। बेटे की मौत पर मां कहती हैं कि मेरा तो जवान बेटा नहीं सबकुछ चला गया।