पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए रोजाना करना चाहिए यज्ञ

ग्राम सेंधा स्थित प्राचीन शिव मंदिर में आयोजित पंच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दूसरे दिन बड़ी संख्या में लोगों जुटे। लोगों ने यज्ञ में आहुति डाली। यज्ञ का महत्व बताते हुए आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया की पर्यावरण सुरक्षा के लिए जरूरी है कि हम यज्ञ करें।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 06:17 PM (IST)
पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए रोजाना करना चाहिए यज्ञ
आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया की पर्यावरण सुरक्षा के लिए जरूरी है कि हम यज्ञ करें।

 बरेली, जेएनएन। ग्राम सेंधा स्थित प्राचीन शिव मंदिर में आयोजित पंच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दूसरे दिन बड़ी संख्या में लोगों जुटे। लोगों ने यज्ञ में आहुति डाली। यज्ञ का महत्व बताते हुए आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया की पर्यावरण सुरक्षा के लिए जरूरी है कि हम यज्ञ करें। यज्ञ के प्रभाव से कई किलोमीटर तक बीमारियां नहीं होती व वातावरण शुद्ध होता है।  उन्होंने कहा कि जिस शहर में यज्ञ होते हैं, वहां बीमारियों से बचा जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि नित्य हवन हो जिससे किसी भी घर में बीमारी प्रवेश नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि अब तो वैज्ञानिकों ने भी यह माना है कि यज्ञ जहां होते हैं, वहां बीमारियां नहीं आती। यज्ञ का बड़ा महत्व है। आम की लकड़ी से जो धुआं उठता है, उसमें से जो गैस निकलती है और जो हवन सामग्री उसमें पड़ती है। वह अनेक रोगों को नष्ट करने की क्षमता रखती है। इसलिए यज्ञ अवश्य करना चाहिए। हमारे ऋषि मुनि बहुत दूरदर्शी थे। यही वजह है कि वह पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए रोजाना हवन किया करते थे। पंडित विकास शास्त्री, अवनीश शास्त्री समेत कई ब्राह्मणों ने वैदिक विधि के साथ मंत्रोचार के द्वारा यज्ञ कराया। यज्ञ में रामेश्वर दयाल गुप्ता, रामस्वरूप मोर्य, बुद्धसेन, मोरपाल, गिरीश मोर्य, विनोद, तेजपाल मौर्य समेत सैकड़ों लोगों ने आहुति डाली।

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