स्वच्छता से मिलेंगे अच्छे अंक, रैंकिंग में होंगे अव्वल

स्वच्छता के लिए अब एक और मुहिम वार्ड से लेकर सड़कों, गलियों तक उतरेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 02:24 AM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 02:24 AM (IST)
स्वच्छता से मिलेंगे अच्छे अंक, रैंकिंग में होंगे अव्वल
स्वच्छता से मिलेंगे अच्छे अंक, रैंकिंग में होंगे अव्वल

बरेली, जेएनएन: स्वच्छता के लिए अब एक और मुहिम वार्ड से लेकर सड़कों, गलियों तक उतरेगी। यह होगी। स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा और स्वच्छ सर्वेक्षण। शुक्रवार को आइएमए सभागार में इस विषय पर विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। स्थानीय निकाय के उपनिदेशक राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने प्रतिस्पर्धा के तहत होने वाले कामों की जानकारी तो दी ही रैंकिंग में अव्वल आने के टिप्स भी दिए।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 जनवरी में होना है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है। सर्वेक्षण कैसे होना है और क्या तैयारियां रहेंगी, इस बाबत शासन ने 40 पन्नों की बुकलेट जारी कर दी है। 11 नवंबर को जागरूकता रैली के बाद अब वार्डो में स्वच्छता अभियान शुरू हुआ है। वार्डो में स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समितियां बनाई गई हैं। श्रेष्ठता की दौड़ में विजयी वार्ड को 23 नवंबर को पुरस्कृत किया जाएगा।

इसकी तैयारियों और एक्शन प्लान को लेकर जिला प्रशासन की ओर से हुई कार्यशाला में मंथन हुआ। उपनिदेशक ने वार्ड प्रतिस्पर्धा के तमाम बिंदुओं को बताया। महापौर उमेश गौतम ने आमजन में अच्छी आदत डालने को कहा। नगर आयुक्त आरके श्रीवास्तव ने निगम के कार्य और कोशिशें बताई। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए जुटे जिम्मेदारों ने ही चंद मिनट में भाषणों और नसीहतों को हवा में उड़ा दिए। जहां स्वच्छता की मुहिम आमजन तक ले जाने को अपनी सस्वर स्वीकृति दी थी, वहीं कुर्सियों के नीचे गंदगी छोड़कर चले गए। यह तस्वीर थी आइएमए सभागार में हुई कार्यशाला की। कार्यक्रम के बाद आखिर प्रशासन को सफाई करानी पड़ी।

कार्यशाला सुबह 11 बजे से दोपहर ढाई बजे तक चली। इसमें महानगर और कस्बों के जनप्रतिनिधि व अफसर मौजूद थे। सफाई की महत्ता और गंदगी दूर करने को लेकर लंबे भाषण हुए। लखनऊ से आए उपनिदेशक नगरीय निकाय और फिर महापौर ने सभी को वातावरण को साथ-सुथरा बनाने के लिए सफाई के रास्ते पर चलने का पाठ पढ़ाया। जैसे ही कार्यक्रम खत्म हुआ तो कुर्सियों के नीचे और साइड से बोतल और नाश्ते के बाद फेंके कागज बिखरे हुए थे।

80 में से मात्र 12 पार्षद मौजूद

कार्यशाला में शामिल होने के लिए सभी 80 वार्डो के पार्षदों को बुलाया गया था। बावजूद इसके सिर्फ चित्रा मित्रा, मुकेश सिंघल, मुकेश मेहरोत्रा, अभिषेक सक्सेना, पार्षद पति आरिफ कुरैशी, चंद्र प्रकाश गुप्ता समेत दर्जन भर पार्षद ही मौजूद रहे।

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