बरेली में महिलाएं करेंगी सामूहिक शौचालयों की देखभाल, घरों से कचरा एकत्र करने की भी दी गई जिम्मेदारी

Women Take Care of Collective Toilets in Bareilly ग्राम पंचायतों में अब सामुदायिक शौचालय की देखभाल व उसके साफ-सफाई की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दी गई गई। इसका उद्देश्य हर ओर स्वच्छता का माहौल बनाना है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:10 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 05:10 PM (IST)
बरेली में महिलाएं करेंगी सामूहिक शौचालयों की देखभाल, घरों से कचरा एकत्र करने की भी दी गई जिम्मेदारी
महिलाओं को हर माह घरेलू कचरे के 50 रुपये प्रति घर दिए जाएंगे।

बरेली, जेएनएन। Women Take Care of Collective Toilets in Bareilly : ग्राम पंचायतों में अब सामुदायिक शौचालय की देखभाल व उसके साफ-सफाई की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दी गई गई। इसका उद्देश्य हर ओर स्वच्छता का माहौल बनाना है। इसके अलावा कचरा प्रबंधन के लिए महिलाएं सभी घरों व बाजार से कचरा भी एकत्रित करेंगी।जिले की 1193 ग्राम पंचायतों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह व्यवस्था लागू की गई है। इससे पंचायतों में जहां साफ-सफाई होगी तो वहीं महिला समूह से जुड़ी महिलाएं भी आत्मनिर्भर होंगी।

महिलाओं को हर माह घरेलू कचरे के 50 रुपये प्रति घर, प्रति शौचालय 70 और व्यावसायिक स्थान जैसे दुकान, बाजार से कचरा उठाने के लिए 100 रुपये दिए जाएंगे। गाड़ी से गीला और सूखा कचरा उठाकर महिलाएं अलग-अलग इसे एकत्र कर उसका निस्तारण करेंगी। समूह से जुड़ी महिलाओं को इसकी जिम्मेदारी उनकी इच्छा के अनुसार ही सौंपी जानी है। लोग समय पर कूड़ा दें इसके लिए महिलाएं उन्हें समय-समय पर जागरूक भी करेंगी। कचरे के निस्तारण के लिए ग्रामसभा को जमीन उपलब्ध करानी होगी।डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई का माहौल रहे वहां महिलाएं आत्मनिर्भर हों। इसी उद्देश्य से पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। जिसके तहत महिलाओं को इससे जोड़ा जा रहा है। 

कालोनी के बीच टावर लगानेे का किया विरोध : तिरुपति धाम कालोनी में एक व्यक्ति द्वारा घर की छत पर टावर लगाने पर तिरुपति जन कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने विरोध जताया है। बुधवार को समिति के पदाधिकारियों ने बरेली विकास प्राधिकरण को पत्र सौंपकर टावर न लगने देने के लिए मांग की है। अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि कहना है कि जहां टावर लगा रहा है वहां के सौ मीटर के दायरे में छोटे बच्चों का स्कूल है। वहीं जिस मकान की छत पर लगना है वे भी ट्राई के मानकों को पूरा नहीं करती। टावर होने से रेडियेशन निकलेगी, जिससे बच्चों एवं अन्य लोगों को भी भविष्य में गंभीर बीमारी का शिकार होना पड़ सकता है। इस मौके पर शचींद्रराज सिंह, सत्यवान सागर, कुमार गौरव सिंह, मुनेश्वर सिंह आदि मौजूद रहे।

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