महिला प्रोफेसर जानेंगी छात्रा के वायरल फोटो का सच
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में बीटेक छात्रा के फोटो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल करने की जांच महिला प्रोफेसरों की पांच सदस्यीय समिति करेगी।
जागरण संवाददाता, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में बीटेक छात्रा के फोटो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल करने की जांच महिला प्रोफेसरों की पांच सदस्यीय समिति करेगी। विवि के इतिहास में यह पहला मौका है, जब एक संवेदनशील मामले में महिला प्रोफेसरों पर भरोसा जताया गया है। समिति में प्रोफेसर तूलिका सक्सेना, डॉ. अनीता त्यागी, डॉ. आभा त्रिवेदी, डॉ. प्रतिभा सागर और डॉ. कीर्ति प्रजापति शामिल हैं। शनिवार से यह समिति जांच आगे बढ़ाएगी।
गुरुवार को रुविवि कैंपस में इंजीनिय¨रग के ही छात्रों ने छात्रा का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। आरोप है कि फोटो के साथ छेड़खानी की गई। इस मामले में विवि ने तीन छात्रों को निलंबित कर दिया था। वाट्सएप ग्रुप से जुड़े 11 छात्रों के मोबाइल जब्त कर लिए थे।
विवि प्रशासन ने साफ किया है कि दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के एक सदस्य ने कहा कि आरोपितों को बर्खास्त भी किया जा सकता है।
खंगाला जाएगा छात्रों का रिकॉर्ड
समिति को निर्देश हैं कि वाट्सएप ग्रुप से जुड़े सभी छात्रों का पुराना रिकॉर्ड खंगाले। यह पता लगाएं कि घटना की जड़ क्या है। मुख्य आरोपित कौन है जिसने फोटो वायरल किया।
मोबाइल फोन की होगी जांच
वाट्सएप ग्रुप से जुड़े जिन 11 छात्रों के मोबाइल जब्त किए गए हैं, शनिवार से उनकी जांच शुरू होगी। यह पता लगाया जाएगा कि इन फोन से फोटो कहां शेयर किया गया। आशंका जताई जा रही है कि छात्रों ने फोटो को अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी वायरल किया है।
घटना से सहमी छात्रा
घटना के बाद से छात्रा सहमी हुई है। जांच के लिए शनिवार को छात्रा समिति के समक्ष पेश हो सकती है। वहीं, विवि प्रशासन का कहना है कि समिति की जांच पूरी होने के बाद जो रिपोर्ट मिलेगी, उस पर कड़ी कार्रवाई तय है।
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जांच समिति ने अपना काम शुरू कर दिया है। समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई होगी। छात्रों के रिकॉर्ड खंगाले जाएंगे। इसमें कोई आरोपित बच नहीं पाएगा।
प्रोफेसर बीआर कुकरेती, चीफ प्रॉक्टर रुविवि