बदायूं के इस गांव में खरीदकर लाई जाती हैं महिलाएं और युवतियां, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने डाला डेरा
Human Trafficking in Badaun कुशीनगर की युवती को बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद उसावां थाना क्षेत्र के नगरिया चिकन गांव पर पुलिस की निगाह गढ़ गई है। भोला की गिरफ्तारी के बाद सामने आया कि यहां युवतियों व महिलाओं को खरीदकर लाकर जबरन रखा गया है।
बरेली, (अंकित गुप्ता)। Human Trafficking in Badaun : कुशीनगर की युवती को बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद उसावां थाना क्षेत्र के नगरिया चिकन गांव पर पुलिस की निगाह गढ़ गई है। भोला की गिरफ्तारी के बाद सामने आया कि यहां अन्य युवतियों व महिलाओं को खरीदकर लाकर जबरन रखा गया है। इसके चलते ही एसएसपी ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) (मानव तस्करी रोधी इकाई) को मामले की जांच के आदेश दिए। एएचटीयू प्रभारी ने शुक्रवार को उसावां थाने पहुंच कर मामले की जांच शुरू की। उन्होंने गांव में जाकर दो महिलाओं से पूछताछ भी की है।
सात अक्टूबर को उसावां थाना क्षेत्र के गांव नगरिया चिकन से एक युवती को पुलिस ने एक घर से मुक्त कराया था। पूछताछ में उसे 70 हजार रुपये में बेचे जाने का मामला सामने आया।पुलिस ने खरीदार भागेश और बेचने वाले भोला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में खरीदने वाले भागेश, उसके गांव निवासी व शाहजहांपुर निवासी एक-एक बिचौलिए व मुख्य आरोपित भोला को जेल भेज चुकी है। यह मामला प्रकाश में आने के बाद से ही इस बात की भी चर्चा रही कि नगरिया चिकन गांव में अन्य महिलाओं को भी खरीदकर लाया और उन्हें जबरन घर में रखा गया। इसकी तस्दीक तब हुई जब भोला की गिरफ्तारी हुई।
उसने स्वाट टीम को पूछताछ में बताया कि वह यहां और भी महिलाओं को लाकर बेच चुका है। उसने दो महिलाओं के नाम और नगरिया चिकन के पते भी बताए। इस पर एसएसपी ने पूरे मामले की जांच करने के लिए एएचटीयू को लगाया। एएचटीयू प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार वर्मा ने मामले को समझा। इसके बाद शुक्रवार वह थाना उसावां पहुंचे। यहां से पुलिस बल साथ लेकर नगरिया चिकन गए। वहां उन दोनों महिलाओं के घर जाकर पूछताछ की। अब तक की जांच में सामने आया कि इनमें से एक महिला विधवा है और एक युवती है। पूछताछ में दोनों ने यहां शादी होने की बता बताई है। एएचटीयू प्रभारी उनके बयान दर्ज किए। अभी मामले की जांच जारी है। इकसे अलावा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट नगरिया चिकन व आसपास के गांवों में भी जांच कर रही है।
मामले की गंभीरता भूल गए थानाध्यक्षः थाना उसावां पुलिस और स्वाट टीम कुशीनगर के कोटवा निवासी भोला की गिरफ्तारी कर थाने लाए। यहां स्वाट टीम के लोगों ने पूछताछ कर ली। इसके बाद आरोपित को थाना पुलिस को सौंप दिया। थानाध्यक्ष उसावां मामले की गंभीरता को भूल गए। उन्होंने बिना एसएसपी को जानकारी दिए ही आरोपित को जेल भेज दिया। यहां तक की एएचटीयू भी आरोपित से पूछताछ नहीं कर पाई। सूत्र बताते हैं कि कप्तान इस मामले की प्रेस कांफ्रेंस करना चाहते थे। लेकिन थानाध्यक्ष की नासमझी के चलते मौका हाथ से निकल गया।
बताते हैं कि इस लापरवाही के चलते ही एसएसपी ने थानाध्यक्ष की जांच भी शुरू कराई है। बदायूं एसएसपी डा. ओपी सिंह ने बताया कि उसावां के नगरिया चिकन में कुशीनगर की युवती को बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद कुछ और महिलाओं को यहां लाने की जानकारी मिली थी। इस पर एएचटीयू को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए। एएचटीयू प्रभारी मामले की जांच कर रहे हैं। मानव तस्करी संबंधित अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।