CBSE Board के नए पैटर्न से कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में भी आसानी से हो सकेंगी परीक्षाएं, जानिये कैसे

CBSE Board Exam सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न को बदल कर अब मेजर और माइनर दो भागों में विभाजित किया है। इसमें पहले टर्म की परीक्षाएं बहु विकल्पीय और दूसरे टर्म की परीक्षाएं सैद्धांतिक होंगी। पहले टर्म की परीक्षा के लिए डेटशीट भी जारी कर दी है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:33 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:33 AM (IST)
CBSE Board के नए पैटर्न से कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में भी आसानी से हो सकेंगी परीक्षाएं, जानिये कैसे
परीक्षा के भागों में विभाजित होने से तैयारी करना होगा आसान

बरेली, जेएनएन। CBSE Board Exam : सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न को बदल कर अब मेजर और माइनर दो भागों में विभाजित किया है। इसमें पहले टर्म की परीक्षाएं बहु विकल्पीय और दूसरे टर्म की परीक्षाएं सैद्धांतिक होंगी। पहले टर्म की परीक्षा के लिए बोर्ड ने डेटशीट भी जारी कर दी है। दसवीं की मुख्य परीक्षाओं की शुरुआत 30 नवंबर और बारहवीं के मेजर विषयों की परीक्षाएं एक दिसंबर से शुरू होंगी। नए पैटर्न पर परीक्षा देना छात्रों के लिए भले ही नया अनुभव होगा लेकिन, पाठ्यक्रम आधा हो जाने के बाद विद्यार्थियों के लिए तैयारी करना आसान हो गया है। बोर्ड परीक्षाओं के लिए इस पैटर्न के लागू होने के बाद अगर भविष्य में भी कोई विषम परिस्थिति होती है तो परीक्षाओं को निरस्त नहीं करना पड़ेगा।

क्या बोले विद्यार्थीः 12वीं की छात्रा शालिनी मिश्रा ने बताया कि परीक्षाओं का पैटर्न बदलने की जानकारी के बाद ही परीक्षा की तैयारियों में जुट गए थे। लेकिन, अब डेटशीट भी जारी हो गई है। परीक्षाओं के लिए ज्यादा समय नहीं है। ऐसे में आनलाइन भी एक्सपर्ट की राय ले रही हूं। 12वीं के छात्र क्रिश अग्रवाल ने बताया कि परीक्षाओं के लिए भले ही कम समय है। लेकिन, नए पैटर्न के अनुसार इस बार आधा ही पाठ्यक्रम आने की वजह से परीक्षाओं का दबाव कम है। तैयारी नियमित रूप से जारी है।

दसवीं के छात्र अक्षर ज्ञान का कहना है कि परीक्षा इस बार नए पैटर्न पर आधारित होंगी। ऐसे में कई एक्सपर्ट ने यू ट्यूब पर इसके अनुसार तैयारी करने की सलाह दे रहे हैं। जिससे काफी मदद मिल रही है। इस बार परीक्षाओं की तैयारी करना आसान है। दसवी के छात्र अनमोल मित्तल ने बताया कि नए पैटर्न के लागू होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि भविष्य में अगर कोविड की तीसरी लहर भी आती है तो परीक्षाओं का मूल्यांकन आसानी से हो सकता है। बोर्ड का यह फैसला छात्रों के हित में है।

chat bot
आपका साथी