Wildlife Organs Trafficking : अब देहरादूूून का वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट खाेलेगा बरेली से भेजे गए पेंट ब्रश का राज
सीबीगंज के शिव मंदिर मार्केट स्थित दीपक स्टेशनरी की दुकान से बरामद 42 पेंट ब्रश जिन्हें नेवले के बाल से बनाए जाने का संदेह जताया गया है कि जांच वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून करेगा। प्रभागीय वन अधिकारी ने सील पेंट ब्रश का पैकेट जांच के लिए भेजा है।
बरेली, जेएनएन। सीबीगंज के शिव मंदिर मार्केट स्थित दीपक स्टेशनरी की दुकान से बरामद 42 पेंट ब्रश जिन्हें नेवले के बाल से बनाए जाने का संदेह जताया गया है कि जांच वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून करेगा। प्रभागीय वन अधिकारी ने सील पेंट ब्रश का पैकेट जांच के लिए भेजा है। वहीं यह मामला अब गरमाता जा रहा है। इस संबंध में जागरण से बातचीत के दौरान वाइल्ड लाइफ एंटी पोचिंग डिवीजन के दीपक कुमार ने बताया कि जांच में कुछ भी अब नहीं निकलेगा। उनका कहना है कि जिस चीज को उन्होंने बरामद कराया है। उसे बिना उनकी उपस्थिति व बिना उनके हस्ताक्षर के सीज किया गया है। जो कि नियम विरूद्ध है।
दीपक का कहना है कि उन्होंने इससे पहले भी कई जनपदों में छापेमारी में नेवले के बाल से बने ब्रश को बरामद किया है। उन्हें सिथेंटिक ब्रश व वन्यजीवों के अंगों व बाल से बनी चीजों में अच्छी तरह से अंतर पता है। डीएफओ को अगर संदेह था तो उनसे बात करके भी पूरी योजना व तैयारी कर सकते थे। उन्हें कमरे से बाहर कर अंदर अपने लोगों व आरोपित के साथ योजना तैयार कर अचानक से पूरा मामला बदलना उनकी समझ से परे है।
उन्होंने बताया कि बरेली के वन विभाग अधिकारियों पर अब उन्हें थोड़ा भी भरोसा नहीं रहा है। मंगलवार को विभाग के अधिकारियों द्वारा किया गया कृत पूरी तरह से गलत था। पकड़े गए व्यापारी धीरेंद्र गंगवार को मुचलके पर छोड़ना और बिना उनकी मौजूदगी में बरामद सामान को सीज करना गलत व नियम विरूद्ध है। जिसकी वह दिल्ली में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर व अन्य अधिकारियों से भी करेंगे।
वन विभाग द्वारा किए गए इस कारनामे से वह काफी आहत हैं और इसी कारण काफी कहासुनी व गहमागहमी के बाद तुरंत वह अपनी टीम के साथ रात में ही दिल्ली के लिए निकल आए। धीरेंद्र गंगवार के खिलाफ दर्ज हुआ मामला प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने बताया कि दुकान से बरामद पेंट के ब्रश में सिंथेटिक के बाल हैं या वन्यजीव के इसकी जानकारी के लिए बरामद ब्रशों को डब्ल्यूआइआइ देहरादून भेज दिया गया है। इसके साथ ही आरोपित धीरेंद्र गंगवार के खिलाफ एफआइआर भी लिख ली गई है।
अभी फिलहाल उन्हें मुचलके पर छोड़ दिया गया है। जांच रिपोर्ट में यदि मामला सही पाया जाता है उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।दिल्ली से आई टीम की मिली कई शिकायतें डीएफओ भारत लाल ने बताया कि वाइल्ड लाइफ एंटी पोचिंग डिवीजन की आइ टीम के लोगोंं की कई शिकायतें मिली हैं। जिससे उनकी संस्था के लोगों को जानकारी दी जाएगी।