बरेली में सरकारी क्रय केंद्रों पर नहीं हो पा रही गेहूं की तौल

खुले आसमान के नीचे चार दिनों से गेहूं तौल का इंतजार कर रहे किसानों का सब्र आखिर मंगलवार को टूट गया। दोपहर बाद जब जिम्मेदारों ने उनका गेहूं खरीदने से इन्कार किया तो आक्रोशित किसानों ने नरियावल उपमंडी समिति के मुख्य प्रवेश द्वार पर गेहूं लदी ट्रैक्टर-ट्राली लगा रास्ता बंद कर दिया। बाद में खरीद की तिथि बढ़ने व तौल का आश्वासन मिलने के बाद रास्ता खोला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:35 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 04:35 AM (IST)
बरेली में सरकारी क्रय केंद्रों पर नहीं हो पा रही गेहूं की तौल
बरेली में सरकारी क्रय केंद्रों पर नहीं हो पा रही गेहूं की तौल

जेएनएन, बरेली: खुले आसमान के नीचे चार दिनों से गेहूं तौल का इंतजार कर रहे किसानों का सब्र आखिर मंगलवार को टूट गया। दोपहर बाद जब जिम्मेदारों ने उनका गेहूं खरीदने से इन्कार किया तो आक्रोशित किसानों ने नरियावल उपमंडी समिति के मुख्य प्रवेश द्वार पर गेहूं लदी ट्रैक्टर-ट्राली लगा रास्ता बंद कर दिया। बाद में खरीद की तिथि बढ़ने व तौल का आश्वासन मिलने के बाद रास्ता खोला।

मंगलवार को गेहूं खरीद का अंतिम दिन होने से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही थीं। क्रय केंद्रों पर गेहूं लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी कतारें लगी थीं। गेहूं बेचने के लिए अधिकांश केंद्रों पर किसान तीन-चार दिन से अपनी ट्रालियों की रखवाली करते रहे। डेलापीर मंडी के दो नंबर क्रय केंद्र पर तौल पूरी होने की बात कहकर किसानों को लौटाया गया तो नरियावल के चार नंबर केंद्र पर बोरों की कमी की बात कह खरीद नहीं की गई। ऐसे होती है बिचौलियों से खरीद

बिचौलिये पहले किसानों से औने-पौने दाम पर उनकी उपज खरीद लेते हैं। बाद में अपने चहेतों की खतौनी के सहारे पंजीकरण कराने के बाद केंद्रों पर गेहूं बेचने का खेल शुरू होता है। सूत्रों की माने तो इसके एवज में प्रभारी और बिचौलियों के बीच 50 से 100 रुपये प्रति क्विटल सुविधा शुल्क भी तय होता है। नोडल अधिकारी के पहुंचने से पहले किसानों को कराया शिफ्ट

बरेली मंडल के नोडल अधिकारी मासूम अली सरवर मंगलवार को जनपद पहुंचे। उनके निरीक्षण से पहले डेलापीर मंडी स्थित क्रय केंद्रों में आरएफसी जोगिदर सिंह, आरएमओ राममूर्ति वर्मा, जिला खाद्य विपणन अधिकारी सुनील भारती पहुंचे। यहां क्रय केंद्रों के बाहर लगी भीड़ को देख उन्होंने कई किसानों को केंद्र नंबर एक पर तौल के लिए भेजा। वहीं अधिकारियों ने सभी किसानों के गेहूं की खरीद होने की बात कही। सरकार गेहूं खरीद के नाम पर किसानों के साथ छलावा कर रही है। डेलापीर के तीन नंबर केंद्र पर कई दिनों से चक्कर लगा रहा हूं। तौल पूरी होने की बात कह लौटा दिया गया।

- वीरपाल, मलपुर रिठौरा क्रय केंद्रों पर बिचौलियों से गेहूं खरीदा जा रहा है। किसान परेशान हैं। 11 जून से ट्राली समेत डेलापीर मंडी में पड़े हुए हैं। मंगलवार को भी दिन भी निराशा हाथ लगी है।

- गेंदन लाल, कोठमपुर बिलवा 30 क्विटल गेहूं के लिए 25 से ज्यादा चक्कर लगवाए जा चुके हैं। 10 जून से डेलापीर के केंद्र पर बैठे हैं। मंगलवार को खरीद से मना कर दिया गया।

- मदनलाल, झिमरी भगवानपुर 50 क्विटल गेहूं को किराये के ट्रैक्टर-ट्राली पर लेकर नरियावल मंडी में 12 जून से पड़े हैं। बिचौलियों का तुरंत गेहूं खरीदा जा रहा है, जबकि किसान परेशान हैं।

- गंगाराम, खेमू नगला 11 जून की डेट मिली थी। चार दिन बाद भी 40 क्विटल गेहूं नहीं तौला जा सका। नरियावल के चार नंबर केंद्र पर मंगलवार को बोरा खत्म होने का हवाला देकर लौटा दिया गया।

- रेहान रजा, परसोना 12 जून को नरियावल पहुंचे थे, पहले बारिश में गेहूं भीगा, उसे मंडी में ही रहकर सुखाया। अंतिम दिन भी खरीद नहीं हुई। अधिकारियों से भी सही जवाब नहीं मिला।

- प्यारे लाल, मानपुर अंतिम दिन होने के चलते किसान परेशान थे। क्रय केंद्रों में शासनादेश के तहत ही खरीद प्रक्रिया की जा रही है। शासन ने गेहूं खरीद की तिथि बढ़ाकर 22 जून कर दी है। सभी पंजीकृत किसानों का गेहूं खरीदा जाएगा।

- सुनील भारती, जिला खाद्य विपणन अधिकारी

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