ये कोरोना भी क्या-क्या दिन दिखा रहा, दस कदम की दूरी पर थी चार साल की बेटी लेकिन माता-पिता चाहकर भी गले नहीं लगा सके

बच्चे मां के जिगर के टुकड़े होते हैं। छोटी सी उम्र में वह कुछ समय के लिए उनकी आंखों से ओझल हो जाएं तो वह परेशान हो जाती है। ऐसी ही एक चार साल की बेटी की मां के लिए बीते दस दिन बेहद भारी रहे।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:06 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:06 AM (IST)
ये कोरोना भी क्या-क्या दिन दिखा रहा, दस कदम की दूरी पर थी चार साल की बेटी लेकिन माता-पिता चाहकर भी गले नहीं लगा सके
पहले पिता फिर मां हुई कोरोना संक्रमित, घर के अलग कमरे में रही बेटी।

बरेली, (अंकित गुप्ता)। बच्चे मां के जिगर के टुकड़े होते हैं। छोटी सी उम्र में वह कुछ समय के लिए उनकी आंखों से ओझल हो जाएं तो वह परेशान हो जाती है। कोविड काल के इस भयावह दौर मेंं तो मां और भी सहमीं हुईं हैं। ऐसी ही एक चार साल की बेटी की मां के लिए बीते दस दिन बेहद भारी रहे। माता-पिता दोनों कोरोना संक्रमित हो गए। साथ में नन्हीं जान उसे खुद से कैसे दूर करें बड़ा सवाल था। बेटी को समझाया, इंजेक्शन लगने की बात कह कर डराया भी और किसी तरह उसे दूर रखा। बेटी दस कदम दूर थी, लेकिन चाह कर भी मां उसे गले नहीं लगा पा रही थी।

बैंक ऑफ बड़ौदा के जोनल ऑफिस में कार्यरत उदित सिंघल 20 अप्रैल के बाद कुछ तबीयत खराब हुई थी। इस पर उन्होंने अपनी कोविड जांच कराई तो वह पॉजिटिव आए। दो दिन बाद ही उनकी पत्नी स्तुति सिंघल में भी कोविड के लक्षण लगे तो उन्होंने भी जांच कराई और उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। अब घर में अकेली चार साल की बेटी सान्वी थी जो संक्रमण से दूर थी। अब उदित और स्तुति दोनों के सामने संकट था कि वह बेटी का ख्याल कैसे रखें।

स्तुति गर्भवती भी थीं तो उन्हें सानवी की चिंता ज्यादा रहती थी। चार साल की बच्ची मां से दूर नहीं रह पा रही थी। वह बार बार मां के पास आने की कोशिश करती, लेकिन स्तुति किसी तरह उसे दूर कर देती। पहले दिन से स्तुति ने दूर से ही सानवी को कोविड के बारे में समझाना शुरू किया। बताया कि उन्हें कोरोना हुआ इसलिए इंजेक्शन लग रहे हैं। अगर तुम पास आओगी तो तुम्हे भी कोरोना हो जाएगा और फिर इंजेक्शन लगेंगे।

मां के प्यार से समझाने से बच्ची समझ गई। वह अब दूर से ही मां को देखती और बात करती। अपने सारे काम खुद ही करती। सुबह उठने के बाद फ्रेश होना, ब्रश करना, नहाने जैसे काम वह खुद करने लगी थी। मां स्तुति इतनी कम उम्र ही बेटी को जिम्मेदार बनते देख खुश, लेकिन नाजुक कंधों पर खुद की जिम्मेदारी उठाते देख मन दुखी था। अब पिता उदित की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है, और वह उसे संभाल रहे हैं। मां अभी भी बेटी से दूर है।

घर आया नन्हा मेहमान, मां उससे भी दूर

स्तुति गर्भवती थीं। उनका प्रसव का समय भी पूरा हो चुका था। कोविड पॉजिटिव आने के छह दिन बाद ही उन्होंने अस्पताल में एक बेटे को भी जन्म दिया। सानवी से पहले से ही दूरी स्तुति को उनके नवजात बेटे से भी संक्रमण के चलते दूर रहना पड़ रहा है। उनका भी सैंपल ले लिया गया है, उन्हें रिपोर्ट का इंतजार है।

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